मनीष कश्यप की हत्या से लेखपालों में रोष

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         मनीष कश्यप की हत्या से लेखपालों में रोष,जिम्मेदारों पर कार्रवाई न होने तक कार्यों से रहेंगे विरत

@LeaderPostआंवला, बरेली। फरीदपुर में लेखपाल मनीष कश्यप की हत्या के बाद उसका कंकाल मिलने के बाद से लेखपालों में बेहद रोष है। मंगलवार को उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ शाखा आंवला के बैनर तले तहसील परिसर में लेखपालों ने धरना प्रदर्शन किया और उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।


जिसमें मांग थी कि लापता तहसील फरीदपुर में कार्यरत मनीष कश्यप के गुमशुदगी की रिपोर्ट थाना फरीदपुर में साथी लेखपाल के परिवारजनों द्वारा दर्ज करायी गयी थी-

इसके उपरान्त भी सरकारी लोक सेवक के गायब होने पर वर्तमान उपजिलाधिकारी फरीदपुर, तहसीलदार फरीदपुर एवं सम्बन्धित थानाध्यक्ष फरीदपुर व क्षेत्राधिकारी फरीदपुर द्वारा प्रकरण में गम्भीरता न दिखाने के कारण यह जघन्य घटना घटित हुयी।

 

ऐसी स्थिति में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि प्रकरण में दोषी उच्चाधिकारियों व पुलिस अधिकारियों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही नहीं की जाती है तब तक समस्त सदस्य उ०प्र० लेखपाल संघ शाखा बरेली शासकीय कार्य से विरत रहेगें।15.12.2024 को प्राप्त नर कंकाल की फोरेंसिक जांच आख्या 24 घण्टे में उपलब्ध करायी जाये एवं फॉरेंसिक जांच उपरांत लेखपाल मनीष कश्यप की हत्या के दोषी व्यक्तियों के विरूद्ध सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की जाये। यदि 24 घण्टे में विस्तृत खुलासा नहीं किया जाता है तो समस्त सदस्य उ०प्र० लेखपाल संघ शाखा बरेली शासकीय कार्य से विरत रहेगें।, मृतक के आश्रित को तत्काल नौकरी और 50 लाख रूपये की आर्थिक सहायता दिये जाने के अलावा संबंधित जिम्मेदारों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई है।

 

इसके अलावा वर्तमान में राजस्व आचार संहिता 2006 में शासकीय भूमि पर अतिक्रमण होने की दशा में प्रावधानिक कृत कार्यवाही ही समस्त लेखपालों के द्वारा की जाएगी। इसके अतिरिक्त किसी भी सरकारी भूमि पर किसी भी दशा में किसी भी थाने में लेखपाल के द्वारा प्रथम सूचना रिर्पोट दर्ज नहीं करायी जायेगी।इस दौरान सभी लेखपाल गण मौजूद रहे।

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