लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजनीति को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि राजनीति उनके लिए कोई फुल-टाइम पेशा नहीं है बल्कि यह एक जिम्मेदारी है जिसे वे पूरी निष्ठा से निभा रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार और भाजपा नेतृत्व के साथ उनका कोई मतभेद नहीं है और पार्टी के कारण ही वे इस पद पर हैं।
राजनीति का समय सीमित ,असल में मैं एक योगी हूं–-योगी आदित्यनाथ ने कहा, “राजनीति मेरे लिए स्थायी पेशा नहीं है। मैं एक योगी हूं और जब तक इस पद पर हूं, पूरी मेहनत से कार्य करूंगा। हर चीज की एक समय सीमा होती है और मुझे अपने कर्तव्यों का बखूबी एहसास है।” इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़ने को लेकर कहा कि जो लोग सड़कों पर धार्मिक गतिविधियां करना चाहते हैं उन्हें हिंदुओं से अनुशासन सीखना चाहिए। उन्होंने प्रयागराज कुंभ का उदाहरण देते हुए कहा कि 66 करोड़ों लोग आए लेकिन कहीं कोई अव्यवस्था नहीं हुई। यह धार्मिक अनुशासन का प्रमाण है।
वक्फ बोर्ड बिल संशोधन पर योगी बोले मुसलमानों के हित में– योगी ने वक्फ बोर्ड पर तीखा सवाल उठाते हुए कहा कि “क्या वक्फ बोर्ड ने मुसलमानों के लिए कोई भला किया है? यह सरकारी संपत्तियों पर कब्जे का जरिया बन गया है जिसे सुधारने की जरूरत है। वक्फ संशोधन विधेयक सभी के हित में है लेकिन कुछ लोग इसे गलत तरीके से पेश कर रहे हैं।”
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उन्होंने कहा कि 2017 से पहले यूपी की पहचान संकट में थी लेकिन भाजपा सरकार बनने के बाद प्रदेश ने हर क्षेत्र में प्रगति की है। P T I को दिए एक साक्षात्कार में उन्होने कहा कि राष्ट्र सबसे ऊपर । सीएम ने कहा, “मैं एक नागरिक के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करता हूं। मेरे लिए राष्ट्र सर्वोपरि है। अगर देश सुरक्षित रहेगा तो धर्म भी सुरक्षित रहेगा और इससे सबका कल्याण होगा।”