शी जिनपिंग ने नए साल के भाषण में ताइवान को चेतावनी दी
कहा- पुन: एकीकरण को कोई नहीं रोक सकता
बीजिंग, 1 जनवरी 2025: चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपने नए साल के संबोधन में ताइवान को चेतावनी देते हुए कहा कि चीन का ताइवान के साथ “पुन: एकीकरण” अपरिहार्य है और इसे कोई भी रोक नहीं सकता। शी ने ताइवान के साथ चीन के संबंधों को मजबूत करने का आह्वान करते हुए इसे राष्ट्रीय पुनर्मिलन की ऐतिहासिक प्रक्रिया बताया।
सैन्य दबाव में वृद्धि:
पिछले वर्ष के दौरान, चीन ने ताइवान के पास अपनी सैन्य गतिविधियों में वृद्धि की है, खासकर जल और वायु क्षेत्रों में युद्धपोत और विमान तैनात किए हैं। ताइवान सरकार इस सैन्य दबाव को “सामान्य” बनाने के चीन के प्रयास के रूप में देखती है।
चीन का दावा, ताइवान का विरोध:
चीन लोकतांत्रिक रूप से शासित ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है, जबकि ताइवान की सरकार इसे खारिज करते हुए कहती है कि केवल ताइवान के लोग ही अपने भविष्य का निर्धारण कर सकते हैं और बीजिंग को ताइवान की जनता की इच्छा का सम्मान करना चाहिए।
शी जिनपिंग का बयान:
शी जिनपिंग ने सीसीटीवी पर प्रसारित अपने भाषण में कहा, “ताइवान जलडमरूमध्य के दोनों किनारे एक परिवार हैं, और कोई भी हमारे पारिवारिक संबंधों को तोड़ नहीं सकता।” इसके अलावा, उन्होंने ताइवान के साथ चीन के पुन: एकीकरण को “अपरिहार्य” और “ऐतिहासिक प्रवृत्ति” बताया।
ताइवान में नए राष्ट्रपति का चुनाव:
ताइवान में राष्ट्रपति लाई चिंग-ते के मई में चुने जाने के बाद से चीन और ताइवान के बीच तनाव बढ़ा है। बीजिंग ने लाई की विदेश यात्रा के बाद ताइवान के पास और पूर्वी, दक्षिणी चीन सागर में बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास किए थे।
अमेरिका-चीन संबंध और सैन्य तनाव:
चीन ने ताइवान को अमेरिकी हथियारों की बिक्री के कारण वाशिंगटन से नाराजगी जताई है, और ताइवान से सैन्य संबंध रखने वाले अमेरिकी अधिकारियों पर प्रतिबंध भी लगाए हैं। बीजिंग ने अमेरिका को नियमित रूप से चेतावनी दी है कि वह ताइवान के साथ किसी भी सैन्य संबंध को स्वीकार नहीं करेगा।
मुख्य बिंदु:
शी जिनपिंग ने कहा कि ताइवान के साथ चीन का पुन: एकीकरण अपरिहार्य है और इसे कोई नहीं रोक सकता।
बीजिंग ने ताइवान के पास सैन्य दबाव बढ़ाया, युद्धपोत और विमान तैनात किए।
ताइवान के नए राष्ट्रपति लाई चिंग-ते के चुने जाने के बाद तनाव में वृद्धि।
चीन ने अमेरिका को ताइवान के साथ सैन्य संबंध रखने पर चेतावनी दी।
ताइवान को अमेरिकी हथियारों की बिक्री पर बीजिंग का विरोध जारी।