अमेरिका ने थमा दिया भाजपा के “दुश्मन” जार्ज सोरेस को 🇺🇸 US रत्न का एवार्ड। कैसे होंगे अब Indo-Usa रिलेशन। देखिये जाने माने पत्रकार ड़ा. पवन सक्सेना के साथ – “WHITE HousE” से
नमस्कार गुड इवनिंग मैं पवन सक्सेना
ये जो मेरी कॉफी में थोड़ी-थोड़ी शुगर घुल रही है अब मुझे नहीं पता कि 2025 में कुछ ऐसी ही मिठास अमेरिका और भारत के रिश्तों में बोलेगी या नहीं।
हम इस समय वॉशिंगटन डीसी में है और मैं अपने साथी से कहूंगा थोड़ा सा माहौल दिखाएं यह व्हाइट हाउस है तीसरी और बहुत इंपॉर्टेंट बात ये आज की शाम का सबसे खूबसूरत झूठ है मैने आपसे ऐसा इसलिए बोला है क्योंकि इस समय में ऐसे हमारे जितने भी साथी और दर्शक या व्यूअर्स है हमे देख रहे उन सारे लोगों के मन में बहुत सारे झूठ का एक आवरण एक अवधारणा हैं वो है भारत और US के रिश्तों को लेकर।
अब से ठीक 2 हफ्ते बाद अमेरिका के राष्ट्रपति Donald Trump होंगे,लेकिन आज की तारीख में अमेरिका के राष्ट्रपति है Joe Biden और बाइडन साहब ने पिछले दो दिनों में जो किया है वो बड़ा कमाल किया है। उसको समझना आपके लिए इस लिए जरूरी है क्योंकि जब आप उसको समझेंगे तो आप यह भी समझ पाएंगे कि यह आने वाले समय में हमारे और अमेरिका के रिश्ते कैसे होने जा रहे है। अमेरिका में एक बहुत बड़ा अवार्ड दिया जाता है जो प्रेसिडेंशियल अवार्ड ऑफ फ्रीडम कहा जाता है यह अवार्ड लगभग आप ऐसा मान सकते हैं जैसे कि हमारे भारत में किसी को भारत रत्न मिले मोस्ट प्रेस्टीजियस सवाल Biden साहब ने यह अवार्ड व्हाइट हाउस में 19 लोगो को दिया और उसमें जो एक सबसे इंपॉर्टेंट नाम है जार्ज सोरेस साहब का अगर मैं की याददाश्त को थोड़ा सा एक महीने पीछे ले जाऊं यह वही जार्ज सोरेस है जिनको लेकर भारतीय जनता पार्टी और सत्ताधारी संगठन ने कई तरह के आरोप लगाए कांग्रेस पर।
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अब ये बात भी ठीक है कि यह जो जार्ज सोरेस साहब है बहुत पैसे वाले हैं बहुत ही बड़ी हस्ती हैं अमेरिका की और ये अपने पैसे से पूरी दुनिया की जिओ पॉलिटिक्स में जगह-जगह मिर्च मासलें डालने को काम करते रहते है और उस काम के पीछे अमेरिका के पॉलिसी मेकर्स होते है । भारत की मौजूदा जो सरकार है हमारी जो मोदी गवर्नमेंट है उसके बहुत ही तीखें आलोचक हैं इन्होंने कई बार बहुत ही सार्वजनिक मंचों पर भारत की डेमोक्रेटिक वैल्यूज और तेजी से सिस्टम को लेकर बहुत ही आलोचना की। मोदी सरकार के लिए यह थोड़ा सा चुभते भी है तो एक ऐसे व्यक्ति को अमेरिका में सर्वोच्च सम्मान दिया जाना लगभग वैसा सम्मान जैसा भारत रत्न किसी को हम भारत में दे। ऐसा सर्वोच्च सम्मान दिया जाना थोड़ा सा भारत की आंख में भी किरकिरी बना है और आने वाली सरकार जिनकी है यानी कि डोनाल्ड ट्रंप साहब और उनके समय जो सबसे खास हम खास से सालार है अमेरिका के रॉकेट मैन श्रीमान एलन मस्क के लिए भी तो मस्क साहब जो है वह मस्त नहीं है इस बात से की सोरस को इतना बड़ा अवार्ड दिया जाए वह उसको हास्यास्पद बता रहे हैं उसको बहुत ही खराब बता रहे हैं।
इससे एक गलतफहमी हमारे देश में पैदा हो रही है वह गलतफहमी यह है हम और ट्रंप साहब थोड़ा भाई-भाई टाइप की फीलिंग में आ गए तो मुझे ऐसा लगता है जो मेरी जियो स्टडी जिओ पॉलिटिक्स पर जो मेरी स्टडी है या जितना मैं उसको पढ़ रहा हूं यह जितना ऑब्जर्व कर रहा हूं ऐसा होने नहीं जा रहा है अमेरिका में आने वाली सरकारऐसा नहीं है कि वह बिल्कुल पूरी तरह से वह हमारे पक्ष की सरकार है वैसे भी इंटरनेशनल डिप्लोमेसी में ना कोई पूरी तरह से पक्ष में होता है ना पूरी तरह से विरोध में होता है डिप्लोमेसी उसे देश को चलाने वाले अपने देश के हित को ध्यान में रखते हैं मुझे लगता है कि अमेरिका की भारत के रिश्तों पर अमेरिका की पॉलिटिक्स पर हमें बहुत गंभीरता से निगाह रखनी होगी बहुत बारीक निगाह रखनी होगी और मुझे उम्मीद है कि ऐसी उम्मीद नहीं रखनी होगी जो किसी छठ पर टिकी हो जैसा मैंने आपको बताया यह व्हाइट हाउस में थैंक यू बहुत-बहुत धन्यवादनमस्कार