लखनऊ । उत्तर प्रदेश एटीएस ने धर्मांतरण कराने वाले एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए बलरामपुर जिले के उतरौला क्षेत्र से दो लोगों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी गरीब और कमजोर लोगों को पैसा नौकरी और शादी का लालच देकर उनका धर्म बदलवा रहे थे। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान महबूब और नवीन बोहरा उर्फ जमालुद्दीन के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि जमालुद्दीन मुंबई का रहने वाला है जबकि महबूब बलरामपुर जिले के माधुपुर कस्बे का निवासी है। एटीएस की जांच में सामने आया है कि महबूब के पिता ‘पीर बाबा उर्फ झांगुर बाबा‘ इस पूरे नेटवर्क का संचालन कर रहे थे। यही लोग नवीन बोहरा का धर्म परिवर्तन कर उसे जमालुद्दीन बना चुके हैं।
नेपाल बॉर्डर से सटे इलाकों में खास तौर पर सक्रिय था — यह गिरोह खासतौर पर नेपाल बॉर्डर से सटे इलाको में ज्यादा सक्रिय था । जहां ये लोग गरीब ,अनाथ और कमजोर तपके के लोगों कि मासूमियत का फायदा उठाकर जबरन उनको धर्म बदलने के लिए उकसाते थे। एटीएस को शक है कि इस रैकेट को विदेशों से फंडिंग भी मिल रही थी और इसका कनेक्शन आईएसआई जैसे संगठनों से भी हो सकता है।
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इससे पहले भी एटीएस ने दिल्ली के जामिया नगर से दो और लोगों— मुफ्ती काजी जहांगीर और मोहम्मद उमर गौतम को भी गिरफ्तार किया था। उमर गौतम ने कबूल किया कि अब तक 1000 से ज्यादा लोगों का धर्मांतरण करवा चुका है। इनमें मूक-बधिर छात्र और गरीब परिवारों के लोग शामिल हैं। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के मुताबिक यह गिरोह विदेशों से मोटी रकम पाकर धर्मांतरण करता था और कई मामलों में धर्म बदलने के बाद लड़कियों की शादी भी करवा देता था। नोएडा में 117 बच्चों का धर्मांतरण करवाने की पुष्टि भी हुई है। यूपी एटीएस की टीम इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है और जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।