सीएए के समर्थन में ट्विटर अभियान शुरू

0
48

नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर भाजपा की तरफ से चलाए जा रहे अभियान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कानून के समर्थन में ट्विटर अभियान शुरू किया है। इंडिया सपोर्ट सीएए हैशटैग से पीएम मोदी ने अभियान की शुरुआत की।

मोदी ने अपने पोस्ट में लिखा, “भारत सीएए का समर्थन करता है, क्योंकि सीएए सताए गए शरणार्थियों को नागरिकता देने के बारे में है। यह किसी की नागरिकता लेने के बारे में नहीं है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि नमो एप पर सीएए से जुड़े कई दस्तावेज, वीडियो और सामग्री उपलब्ध हैं, और आप इसके समर्थन में अभियान चलाएं।

अभियान की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री ने सद्गुरु का एक वीडियो भी साझा किया और लिखा कि आप सद्गुरु से नागरिकता कानून से जुड़े विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तार से सुनें। पीएम मोदी ने कहा कि “सद्गुरु ने इसमें ऐतिहासिक संदर्भों, भाईचारे की हमारी संस्कृति पर शानदार ढंग से प्रकाश डालता है। उन्होंने निहित स्वार्थी समूहों द्वारा गलत सूचना फैलाए जाने के बारे में भी बताया है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसा करने वालों से कई दफा कह चुके हैं कि ऐसे लोगों को खुद से सवाल पूछना चाहिए कि क्या उनका रास्ता सही है। दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री ने विस्तार से इस कानून की व्याख्या की थी और साफ किया था कि इस कानून से किसी की नागरिकता नहीं जाएगी। यह कानून नागरिकता देने के लिए है, न कि लेने के लिए। प्रधानमंत्री मोदी ने 25 दिसंबर को लखनऊ में एक कार्यक्रम में कहा था, “सीएए के खिलाफ हुए प्रदर्शन में जिस सार्वजनिक संपत्ति को उन्होंने तोड़ा, क्या वह उनके परिवार के काम नहीं आती? इस तरह अफवाहों पर हिंसा करने से उनका खुद का ही नुकसान है, जो इस प्रकार की हिंसा कर रहे हैं, उनको खुद से पूछना चाहिए कि क्या उनका रास्ता सही है।” मोदी ने यह भी कहा था, “ऐसे लोग जो लंबे समय से नागरिकता न मिलने के कारण मुश्किलों का सामना कर रहे थे, उन्हें नागरिकता दी गई है।”

भाजपा इन दिनों देश भर में नागरिकता कानून पर फैलाए जा रहे भ्रम को दूर करने के लिए अभियान चला रही है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री का ट्वीट सामने आया है। रविवार को भी मन की बात कार्यक्रम में मोदी ने युवाओं को नफरत और निराशावादी अभियान से दूर रहने की नसीहत दी थी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here