
20 जनवरी 2025 को डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने जा रहे हैं। इस बार, कड़ाके की ठंड के कारण शपथ ग्रहण समारोह खुले में न होकर यूएस कैपिटल के अंदर होगा। ट्रंप इस समारोह में दो ऐतिहासिक बाइबिलों पर हाथ रखकर शपथ लेंगे – एक बाइबिल, जिसे उनकी मां ने 1955 में उन्हें उपहार में दिया था, और दूसरी लिंकन बाइबिल, जिस पर पहली बार राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने 1861 में शपथ ली थी।

शपथ ग्रहण में शामिल होंगी वैश्विक हस्तियाँ
इस समारोह में दुनिया भर से प्रमुख नेता और भारतीय हस्तियाँ, जैसे विदेश मंत्री एस. जयशंकर, मुकेश अंबानी और नीता अंबानी, भी शिरकत करेंगे। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन, बराक ओबामा और जॉर्ज डब्ल्यू बुश भी इसमें शामिल होंगे।
ट्रंप का ऐलान: तीसरे विश्व युद्ध को रोकने का संकल्प
शपथ ग्रहण से पहले ट्रंप ने तीसरे विश्व युद्ध को रोकने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा, “अगर मैं राष्ट्रपति बनता, तो रूस-यूक्रेन युद्ध को पहले ही खत्म कर देता। मैं वैश्विक शांति स्थापित करने के लिए कड़ी मेहनत करूंगा।”
अवैध प्रवासियों के खिलाफ कठोर कदम
ट्रंप ने यह भी घोषणा की कि वह अमेरिका की सीमाओं पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था स्थापित करेंगे और अवैध प्रवासियों के खिलाफ बड़े कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि वह एक विशाल निर्वासन अभियान शुरू करेंगे, जिसमें हजारों अवैध प्रवासियों को उनके देशों में वापस भेजा जाएगा।
डिजिटल सुरक्षा पर भी बड़ा बयान
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ट्रंप ने टिकटॉक को लेकर भी एक बड़ा बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि वह चीन से जुड़े टिकटॉक को अमेरिका में चलने की अनुमति देंगे, बशर्ते उसका 50% स्वामित्व अमेरिकी कंपनियों के पास हो।
व्हाइट हाउस में बदलाव की योजना
ट्रंप के कार्यकाल के दौरान व्हाइट हाउस में कई महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल सकते हैं। उन्होंने कई बाइडेन प्रशासन के फैसलों को पलटने का वादा किया है और अमेरिकी प्रशासन की नीतियों को फिर से सशक्त बनाने का इरादा रखा है।
आज का दिन अमेरिकी राजनीति में एक नए अध्याय की शुरुआत को चिह्नित करता है, जहां ट्रंप की वापसी के साथ कई ऐतिहासिक फैसले और चुनौतियाँ सामने आ सकती हैं।