लखनऊ। राजधानी लखनऊ में बुधवार को समाजवादी पार्टी को प्रदर्शन से रोका गया। कानून व्यवस्था, महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर बुधवार को यूपी के मुख्य विपक्षी दल सपा ने प्रदर्शन की तैयारी की थी, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसके लिए राजधानी की सड़कें छावनी में तब्दील हो गईं। बल प्रयोग किया गया। इससे विधानसभा के बाहर हंगामे की स्थिति बनी। विधानसभा से लेकर सपा के दफ्तर तक पुलिस बल मुस्तैद रहा। सपा कार्यालय पर भारी संख्या में फोर्स तैनात की गई। सपा के नेताओं के प्रदर्शन के मद्देनजर नाकेबंदी जैसी स्थिति थी।
बुधवार सुबह विधानमंडल सत्र से पहले समाजवादी पार्टी के विधायक विधान भवन पर धरना-प्रदर्शन करने वाले थे। बुधवार सुबह से ही सपा कार्यालय पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई। वहीं, कई सपा नेताओं और विधायकों को घर के बाहर भी पुलिस का पहरा बैठा दिया गया।
19 सितंबर से शुरू हो रहे विधानसभा के मानसून सत्र से पहले हर दिन दो घंटे विधानभवन पर धरना देने का समाजवादी पार्टी का कार्यक्रम बुधवार को पुलिस-प्रशासन ने पहले ही दिन फेल कर दिया। विधानभवन जा रहे सपाइयों को पुलिस ने रास्ते में ही रोक लिया। इस दौरान सपाइयों की पुलिस से नोकझोंक और धक्कामुक्की भी हुई तो पुलिस ने बल प्रयोग भी किया। सपा के कई विधायकों को नजरबंद करने के साथ ही हिरासत में भी लिया गया।
सपा ने विधानभवन स्थित पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष 14 से 18 सितंबर तक धरना देने का एलान किया था। इसके लिए बुधवार को सुबह विधायक सपा कार्यालय से विधानभवन की तरफ जा रहे थे। इन्हें रास्ते में ही पुलिस ने रोक लिया। विधानभवन और सपा कार्यालय के बाहर सुबह से ही भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया। सपा के जो विधायक विधानभवन पहुंचे उन्हें वापस कर दिया गया। सपा विधायक जाहिद बेग और चौधरी समरपाल सिंह विधानभवन पहुंचे तो उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई। वहीं, कई सपा विधायकों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें घर में ही नजरबंद कर दिया। सपा विधायक मनोज पांडेय विधानभवन जाने के लिए पार्टी कार्यालय से निकले ही थे कि उनको गिरफ्तार कर लिया गया। लखनऊ मध्य से सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा के घर के बाहर बुधवार सुबह से ही पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
प्रदर्शन करने के लिए निकले सपाइयों की पुलिस से भिड़ंत हो गई। सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बलपूर्वक उठाकर बस में भर लिया। सपा नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार विपक्ष के खिलाफ दमनकारी रवैया अपना रही है। यह पूरी तरह अलोकतांत्रिक है।
सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने योगी सरकार और यूपी पुलिस पर लोकतंत्र की गला घोंटने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विधायकों को सदन में भी नहीं जाने दिया जा रहा है। जनता की आवाज उठाने की कोशिश कर रहे नेताओं को घर से नहीं निकलने दिया जा रहा है।