दिल्ली। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से धरती का सफर
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मर की लंबी अंतरिक्ष यात्रा अब समाप्त होने जा रही है। नासा और स्पेसएक्स की मदद से दोनों अंतरिक्ष यात्री 17 घंटे की यात्रा के बाद 19 मार्च को धरती पर लौटेंगे। उनके साथ अन्य दो अंतरिक्ष यात्री निक हेग और एलेक्जेंडर गोर्बुनोव भी शामिल होंगे। सुनीता और बुच विल्मर जून 2024 से अंतरिक्ष में थे। और अब उनकी वापसी के लिए स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल का इस्तेमाल किया जा रहा है। बुधवार को सुबह 10:35 बजे अंतरिक्ष स्टेशन से ड्रैगन की अनडॉकिंग होगी।
नासा द्वारा X पर साक्षा की गई जानकारी
स्पेसक्राफ्ट पृथ्वी के वायुमंडल में 27,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से प्रवेश करेगा। इसके बाद 18,000 फीट की ऊंचाई पर पैराशूट खुलेंगे और 6,000 फीट पर मेन पैराशूट खोला जाएगा। अंत में समुद्र में लैंडिंग होगी जो फ्लोरिडा के तट पर होगी बशर्ते मौसम ठीक रहे।
एस्ट्रोनॉट्स की सुरक्षा: स्ट्रेचर पर उन्हें धरती पर लाया जाएगा क्योंकि लंबे अंतरिक्ष प्रवास के बाद उनके शरीर में संतुलन की कमी हो जाती है। इस प्रक्रिया में विशेषज्ञों के अनुसार ग्रैविटी की कमी से मसल्स और हड्डियों पर असर पड़ता है और चलने में समस्या हो सकती है।