दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस संसद राहुल गाँधी ने X पर एक पोस्ट के जरिए भाजपा सरकार तीखा हमला बोला । उन्होनें आरोप मढ़ते हुए कहा की भाजपा सरकार ने “अपने अरबपति मित्रों के 16 लाख करोड़ रुपये के ऋण माफ कर दिए हैं।“ लेकिन नीजी बैंको में कार्यरत कर्मचारियों के प्रति वर्तमान सरकार ने केवल उदासीनता ही दिखाई है। उनके साथ हो रहे अन्नयायों के प्रति कोई संवेदनशीलता या गंभीरता नही दिखाई। इसके साथ ही राहुल गाँधी ने यह भी कहा कि नियामक कुप्रबंधन के साथ-साथ भाई-भतीजावाद ने भारत के बैंकिंग क्षेत्र को संकट में डाल दिया है। इसका बोझ अंततः जूनियर कर्मचारियों पर पड़ता है, जो तनाव और विषाक्त कार्य स्थितियों को झेलते हैं।

राहुल गाँधी ने कहा ICICI प्राइवेट बैंक के 782 पूर्व कर्मचारियों की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल ने कल संसद में मुझसे मुलाकात की। उनकी कहानियों में एक परेशान करने वाला पैटर्न सामने आया है- कार्यस्थल पर उत्पीड़न, जबरन स्थानांतरण, NPA उल्लंघनकर्ताओं को अनैतिक ऋण देने का खुलासा करने के लिए प्रतिशोध और उचित प्रक्रिया के बिना बर्खास्तगी। उन्होने मुददे को गंभीरता से उठाते हुए बोला इस सब दुखद स्थिति के चलते दो लोगें ने इस मामले में आत्महत्या तक कर ली।
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राहुल ने भाजपा सरकार पर हमलावार होते हुए कहा की सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन की मानवीय कीमत निर्दोष कर्मचारियों को चुकानी पड़ रही है। यह अत्यंत चिंता का विषय है जो देश भर के हजारों ईमानदार कामकाजी पेशेवरों को प्रभावित करता है। कांग्रेस पार्टी इन कामकाजी वर्ग के पेशेवरों के लिए न्याय की लड़ाई लड़ने और कार्यस्थल पर इस तरह के उत्पीड़न और शोषण को समाप्त करने के लिए इस मुद्दे को पूरी गंभीरता से उठाएगी। इसके साथ ही वह बोले की यदि आप एक कामकाजी पेशेवर हैं, जिसने इसी तरह के अन्याय का सामना किया है, तो अपनी कहानी मेरे साथ rahulgandhi.in/awaazbharatki पर साझा करे ।