बीजिंग। अपने विरोधियों को कुचलकर और बड़े सियासी तमाशे के बाद शी जिनपिंग ने एक बार फिर चीन की कमान संभाल ली है। उन्होंने लगातार तीसरी बार चीन के कप्तान का पदभार संभाला है।

अपने विरोधियों को कुचलकर और बड़े सियासी तमाशे के बाद शी जिनपिंग ने एक बार फिर चीन की कमान संभाल ली है।

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रिकॉर्ड तोड़ तीसरी बार चीन के सबसे पावरफुल नेता का पद संभाला है। वह चीन की सबसे ताकतवर पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव चुने गए हैं। बता दें कि चीन में सत्ता की चाबी कम्युनिस्ट पार्टी के हाथ पर होती है। यही पार्टी चीन की आर्मी का भी नेतृत्व करती है।

एएफपी ने चीनी मीडिया के हवाले से बताया कि शी जिनपिंग तीसरी बार सफलता पूर्वक सबसे पावरफुल नेता बन गए हैं। उन्होंने कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव का पद 23 अक्‍टूबर को ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल में पार्टी के सप्ताह भर चलने वाले 20 वें राष्ट्रीय कांग्रेस में ग्रहण किया। इस मौके पर शी जिनपिंग ने कहा,आपने मुझ पर जो भरोसा किया है, उसके लिए मैं पूरी पार्टी को ईमानदारी से धन्यवाद देना चाहता हूं।

इससे पहले शनिवार को 20वां कांग्रेस उस वक्त सुर्खियों में आया था जब बैठक में पूर्व राष्ट्रपति हू जिन्ताओ को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। जिन्ताहो राष्ट्रपति शी के बगल में बैठे थे। इस घटना का वीडियो भी सामने आया था। वीडियो में साफ दिख रहा था कैसे दो लोग पहले जिन्ताओ से कुछ कहते हैं और फिर उन्हें हाथ पकड़कर सीट से उठा दिया जाता है। जाते वक्त जिन्ताओ शी से कुछ कहते हुए भी दिखते हैं।

पीएम ली कचीयांग को किया साइड
शी जिनपिंग ने इससे पहले अपने कट्टर विरोधी और देश के दूसरे नंबर के नेता प्रधानमंत्री ली कचीयांग पर भी साइड कर दिया था। जिनपिंग ने ली को सेंट्रल कमिटी से बाहर कर दिया था। ली को जिनपिंग का प्रतिद्वंद्वी माना जाता है। इस तरह शी अपनी राह में हर रोड़े को साइड करते जा रहे हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here