नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल-नीत आम आदमी पार्टी (आप) दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को कई चक्र की मतगणना बाद 58 सीटों पर आगे चल रही है। इससे प्रतीत होता है कि आप जोरदार तरीके से सत्ता पर तीसरी बार काबिज होने जा रही है और भाजपा ने पहले से बेहतर प्रदर्शन किया है। लेकिन कांग्रेस के लिए यह चुनाव निराशा भरा है। कांग्रेस को 2015 की तरह ही अबतक शून्य सीट मिली है और इसबार तो पार्टी का मत प्रतिशत भी कम हो गया है।

भारत निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, आप 53.23 प्रतिशत मत के साथ 57 सीटों पर आगे चल रही है और आप की सरकार बनाना लगभग तय है। आप के बाद भाजपा 39.06 मत प्रतिशत के साथ 12 सीटों पर आगे चल रही है। रुझानों के अनुसार, कांग्रेस को केवल 4.15 प्रतिशत वोट शेयर हासिल हुआ है, जो 2015 के 9.7 प्रतिशत शेयर से कम है।

2015 में, आप ने 54.3 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 67 सीटों पर कब्जा किया था। इसके साथ ही आप दिल्ली विधानसभा के इतिहास में 67 सीटें जीतने वाली पहली पार्टी बन गई थी। भाजपा 32.3 प्रतिशत के साथ तीन सीटें जीतने में कामयाब हुई थी। बड़े नेताओं में, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के सुनील यादव से 14277 वोटों से आगे चल रहे हैं। हालांकि केजरीवाल के करीबी और राज्य के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पटपड़गंज विधानसभा सीट पर संघर्ष करते नजर आ रहे हैं। वह भाजपा के रविंदर सिंह नेगी से 1223 वोटों से पीछे चल रहे हैं।

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