बरेली । उपजा प्रेस क्लब बरेली में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान मौलाना शहाबुद्दीन ने कश्मीर विधानसभा में हुए हालिया हंगामे और वक्फ संशोधन बिल 2025 को लेकर राजनीतिक पार्टियों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा “राजनीतिक दल अपने स्वार्थ के चलते देश और राज्य की आपसी एकता और सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। हिंदू-मुस्लिम तनाव भड़काने की जो साजिशें की जा रही हैं वह दुर्भाग्यपूर्ण हैं।”
वक्फ संशोधन 2025 का समर्थन करते हुए मौलाना ने स्पष्ट किया कि यह कानून मुसलमानों के हित और विकास के लिए है। उन्होंने कहा, “यह बिल गरीब, लाचार, विधवा और जरूरतमंद मुस्लिम समाज के कल्याण के लिए लाया गया है। इससे किसी भी मुसलमान को कोई नुकसान नहीं होगा।”
मौलाना ने युवाओं से विशेष अपील करते हुए कहा, “राजनीतिक पार्टियों के बहकावे में न आएं। जब सीएए आया था तब भी अफवाहों से माहौल खराब करने की कोशिश की गई थी, लेकिन चार साल बाद सच सबके सामने है—न तो किसी की शरीयत गई, न ही नागरिकता।” उन्होंने मुस्लिम समाज से अमन और शांति बनाए रखने की अपील की और भरोसा दिलाया कि वक्फ संशोधन बिल से किसी की धार्मिक आस्था या हक को कोई ठेस नहीं पहुंचेगी।