बरेली@LeaderPost। आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां और हिन्दू संगठन सामूहिक निकाह कार्यक्रम को लेकर आमने- सामने आ गए हैं। मौलाना 21 जुलाई को आयोजित होने वाले कार्यक्रम करने पर अड़े हैं, तो वहीं हिन्दू संगठन लगातार विरोध में हैं। गुरुवार को आजाद हिन्दू सेना के कार्यकर्ता और पदाधिकारी विरोध प्रदर्शन कर कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने ज्ञापन देकर रासुका लगाने की मांग की। इसके साथ ही सामूहिक निकाह आयोजित होने वाले शिक्षण संस्थान ने कार्यक्रम की अनुमति रद्द कर दी है। इसका शिक्षण संस्थान के प्रबंधन ने पत्र भेज दिया है।
कलेक्ट्रेट पहुंचकर दिया ज्ञापन
आजाद हिन्दू सेना के कार्यकर्ता और पदाधिकारी गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि आईएमसी के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान एक बार फिर से शहर को माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे है। इस संबंध में डीएम को संबोधित ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा है। आजाद हिन्दू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित राठौर ने कहा कि मौलाना तौकीर रजा ने एक बार फिर से यूटर्न लेकर माहौल खराब करने की कोशिश में लगे है। शहर में दहशत का वातावरण बनाया जा रहा है। रासुका के तहत कार्रवाई की मांग की। तौकीर रजा द्वारा प्रेस कांफ्रेंस कर खुलेआम शासन प्रशासन को धमकी दे रहे है। यदि तौकीर ने यदि धर्म परिवर्तन कराया तो अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा। इससे पहले भी हिन्दू संगठन के लोग ज्ञापन दे चुके हैं। मौलाना की चल अचल संपत्ति की भी जांच की जानी चाहिए।
अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी
बरेली सांई सरवराकार के पंडित सुशील पाठक ने डीएम और सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर चेतावनी दी है कि यदि आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान प्रस्तावित 21 जुलाई को धर्म परिवर्तन करवाते है, तो दूसरे दिन से ही शहामतगंज स्थित मंदिर के गेट पर शांतिपूर्ण तरीके से अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा। इस पर डीएम रविन्द्र कुमार ने आश्वस्त करते हुए मौलाना को परमीशन न दिए जाने की बात कही।
शिक्षण संस्थान ने रद्द की अनुमति
आईएमसी का सामूहिक निकाह का कार्यक्रम खलील हायर सेकेंडरी स्कूल में होना था। गुरुवार को शिक्षण संस्थान के प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष ने सामूहिक निकाह के कार्यक्रम की अनुमति रद्द कर दी है। उनका कहना है कि संस्थान में गरीब लड़कियों के सामूहिक विवाह होते आएं हैं। इसी परिपेक्ष्य में यह कार्यक्रम होना था। मगर, मीडिया से जानकारी मिली है यह धर्म परिवर्तन का कार्यक्रम है। विवादित कार्यक्रम के चलते अनुमति रद्द की जाती है।
जाने क्या बोले मौलाना
मौलाना ने अपने बयान में कहा है कि उनके पास 23 हिंदू युवाओं के आवेदन हैं, जिनमें 8 लड़के और 15 लड़कियां शामिल हैं। उन्होंने दावा किया कि ये युवा पहले से ही इस्लाम में विश्वास रखते हैं और धर्म परिवर्तन कर चुके हैं। मौलाना ने यह भी कहा कि वे लिव-इन रिलेशनशिप में रहने वाले युवाओं को इस तरह के “हराम” कामों से बचाना चाहते हैं।बतानी होगी परमिशन न देने की वजह
मौलाना ने मीडिया से बात कर कहा है कि मेरा कार्यक्रम 21 तारीख का था, तारीख का है। परमिशन अगर नहीं मिलती है, तो मुझे जिला प्रशासन को परमिशन न देने की वजह बतानी होगी। ऐसे लोगों पर कार्रवाई करनी होगी, जो लोग बिना परमिशन के ऐसे कार्यक्रम करते रहे हैं और धर्म परिवर्तन कराते रहे हैं। धर्म परिवर्तन के कार्यक्रम होते रहे हैं, पेशाब पिलाया जाता रहा है। उनके खिलाफ खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, जो लोग कानून अपने हाथ में लेते हैं। उन पर कानून का शिकंजा कसा जाना चाहिए। डीएम साहब के अधिकारों का हनन किया गया है। मंदिर में बैठकर सर्टिफिकेट जारी किए गए हैं। डीएम साहब, कप्तान साहब और शासन को संज्ञान लेना चाहिए था। मगर, आज तक संज्ञान नहीं लिया गया। मैं कोई धर्मांतरण का कार्यक्रम नहीं कर रहा हूं। निकाह का का कार्यक्रम है।
नोटिस देकर महासचिव को किया निलंबित
आईएमसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एडवोकेट मुफ्ती एहसानुल हक चतुर्वेदी ने सामूहिक निकाह कार्यक्रम स्थगित करने का पत्र लिखने वाले पार्टी के महासचिव डॉ.नफीस खां, यूपी के संगठन प्रभारी नदीम कुरैशी और मीडिया प्रभारी मुनीर इदरीसी को कारण बताओ नोटिस जारी कर निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही जवाब मांगा है।
किसी भी व्यक्ति या संगठन के द्वारा विधि विरुद्ध ढंग से धर्म परिवर्तन कराया जाएगा या कराने का प्रयास किया जाएगा। बरेली पुलिस द्वारा उसके उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। पूर्व के प्रकरण में शिकायत आने पर विधि के अनुसार जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी- क्षेत्राधिकारी प्रथम, पंकज श्रीवास्तव।