लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में दो नाबालिग सगी बहनों की दुष्कर्म करके हत्या करने के बाद उनके शव पेड़ पर लटकाने का मामला बुधवार को सामने आया। पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार करके इस जघन्य घटना का अगले ही दिन गुरुवार को सुबह खुलासा किया है। वहीं, इस घटना से प्रदेश की सियासत गरमा गई है। दोनों नाबालिग लड़कियां अनुसूचित जाति परिवार से हैं। विपक्षी दल कानून व्यवस्था और अनुसूचित जाति पर अपराध को लेकर प्रदेश सरकार को घेर रहे हैं। वहीं, घटना सामने आते ही योगी सरकार तत्काल एक्शन में आई और पुलिस को आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।
बुधवार को लखीमपुर के निघासन थाना इलाके के एक गांव में गन्ने के खेत में लगे एक पेड़ पर अनुसूचित जाति परिवार की दो सगी बहनों के शव लटके मिले थे। दोनों बहनों में बड़ी 17 और छोटी 15 साल की थी। मृतक लड़कियों की मां ने आरोप लगाया था कि दोनों घर के बाहर बैठी हुई थीं, इस बीच जब वह घर के अंदर गई, तभी बाइक सवार तीन युवक पहुंच गए। उन तीनों मे से दो लड़कों ने बेटियों को घसीटकर बाइक पर बैठा लिया और फरार हो गए। उसके बाद दोनों बेटियों के शव पेड़ पर लटके मिले।
लखीमपुर खीरी के एसपी संजीव सुमन ने गुरुवार को सुबह घटना का खुलासा करते हुए मीडिया को जानकारी दी कि पुलिस छानबीन में छह आरोपियों के नाम सामने आए। उन सबको गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने सबसे पहले छोटू नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया। वह लड़कियों का पड़ोसी है। उससे पूछताछ के बाद पांच अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने बताया कि आरोपियों की पहचान छोटू, जुनैद, सुहैल, करीमुद्दीन, आरिफ, हफीर्जुहमान के रूप में हुई है। पुलिस ने जुनैद को झंडी चौकी क्षेत्र में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। एनकाउंटर के दौरान जुनैद को गोली लगी। पुलिस ने पॉक्सो और संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। गुरुवार को पोस्टमार्टम परिवार वालों की मौजूदगी में कराया गया। वीडियोग्राफी भी कराई गई। पोस्टमार्टम करीब तीन घंटे चला। तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। सूत्रों के मुताबिक, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म के बाद गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई। बुधवार को ऐसी बात सामने आई थी कि पुलिस ने जबरन पोस्टमार्टम कराया, जोकि गलत है।
एसपी सुमन ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि दोनों लड़कियां उनसे शादी की जिद पर अड़ गई थीं। इससे खफा होकर तीन लोगों ने दुपट्टे से दोनों बहनों का गला घोंट दिया और हत्या कर दी। इसके बाद सबूत मिटाने के लिए दो आरोपियों कलीमुद्दीन और आरिफ को भी मौके पर बुला लिया। इन दोनों ने भी किशोरियों को फंदे पर लटकाने में मदद की थी।
बता दें कि घटना के बाद आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग को लेकर लोगों ने बुधवार देर रात निघासन चौराहे पर जाम लगा दिया था। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान एसपी संजीव सुमन की ग्रामीणों से झड़प हो गई। इसके बाद, उन्होंने प्रदर्शनकारियों को सख्त हिदायत दी। कहा कि रोड जाम करना कोई विकल्प नहीं है। काफी मशक्कत के बाद जाम खुलवाया गया। आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह ने सड़क पर बैठकर परिजन और ग्रामीणों को समझाया। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। आईजी लक्ष्मी सिंह ने रातभर गांव में कैंप किया। रात में ही वह घटनास्थल पर पहुंचीं। इसके बाद परिजन से मुलाकात की। वारदात के वक्त लड़कियों के पिता घर पर नहीं थे। बेटियों के शव मिलने के बाद उनका रो-रोकर बुरा हाल है।
विपक्ष ने सरकार को घेरा
लखीमपुर खीरी की इस घटना को लेकर विपक्षी दलों ने योगी सरकार को घेरा है। सपा, बसपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर लिखा- लखीमपुर खीरी में मां के सामने दो दलित बेटियों का अपहरण और दुष्कर्म के बाद उनके शव पेड़ से लटकाने की हृदय विदारक घटना सर्वत्र चर्चाओं में है, क्योंकि ऐसी दुखद और शर्मनाक घटनाओं की जितनी भी निन्दा की जाए वह कम है। यूपी में अपराधी बेखौफ हैं, क्योंकि सरकार की प्राथमिकताएं गलत है। यह घटना यूपी में कानून-व्यवस्था और महिला सुरक्षा आदि के मामले में सरकार के दावों की जबरदस्त पोल खोलती है। हाथरस सहित ऐसे जघन्य अपराधों के मामलों में ज्यादातर लीपापोती होने से ही अपराधी बेखौफ हैं। यूपी सरकार अपनी नीति, कार्यप्रणाली और प्राथमिकताओं में आवश्यक सुधार करें।
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा- निघासन पुलिस थाना क्षेत्र में दो दलित बहनों को अगवा करने के बाद उनकी हत्या और उसके बाद पुलिस पर पिता का ये आरोप बेहद गंभीर है कि बिना पंचनामा और सहमति के उनका पोस्टमार्टम किया गया। लखीमपुर में किसानों के बाद अब दलितों की हत्या ‘हाथरस की बेटी’ हत्याकांड की जघन्य पुनरावृत्ति है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि लखीमपुर में दो बहनों की हत्या की घटना दिल दहलाने वाली है। परिजनों का कहना है कि उन लड़कियों का दिनदहाड़े अपहरण किया गया था। रोज अखबारों व टीवी में झूठे विज्ञापन देने से कानून व्यवस्था अच्छी नहीं हो जाती। आखिर उप्र में महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध क्यों बढ़ते जा रहे हैं? कब जागेगी सरकार?
आप नेता संजय सिंह ने कहा कि लखीमपुर खीरी में दिल दहला देने वाली घटना दलित समाज की दो बच्चियों की फंदे पर लटकी हुई लाशें मिली है. परिजन निर्मम हत्या का आरोप लगा रहे हैं. घटना के विरोध में लोग सड़कों पर उतर गए. आदित्यनाथ के बेटी बचाओ नारे की पोल खोल रही है ये घटना।
वहीं, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि लखीमपुर की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. इस दुख की घड़ी में सरकार पीड़ित परिवार के साथ है। उन्होंने कहा कि एक भी अपराधी बच नहीं पाएगा। दोषियों के खिलाफ ऐसी कठोरतम कार्रवाई की जाएगी, जो एक मिसाल बनेगी।