दिल्ली। इजरायल ने गाजा पट्टी में एक बार फिर भीषण हवाई हमले किए हैं। जिसमें 235 से अधिक लोग मारे गए हैं। इजरायल का कहना है कि युद्धविराम को बढ़ाने के लिए चल रही वार्ता में कोई प्रगति नहीं होने के कारण यह सैन्य अभियान दोबारा शुरू किया गया। यह हमला 17 जनवरी के बाद सबसे बड़ा था। जब से युद्धविराम लागू हुआ था।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि युद्धविराम के विस्तार के लिए अमेरिकी प्रयासों को हमास ने अस्वीकार कर दिया था। जिससे हमले का आदेश दिया गया। इसके बाद अमेरिकी व्हाइट हाउस ने इजरायल के फैसले का समर्थन करते हुए इसे युद्धविराम उल्लंघन के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया।
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गाजा में हुए इस हमले ने शांति प्रक्रिया को फिर से पटरी से उतार दिया है और क्षेत्र में बेकाबू स्थिति पैदा कर दी है। वहीं हमास ने इजरायल पर संघर्षविराम समझौते को तोड़ने का आरोप लगाया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इसे चुनौती देने की अपील की। गाजा में घातक हमलों के बाद, विस्फोटों और धुएं के गुबार के बीच अस्पतालों में घायल लोगों का इलाज किया जा रहा है। दोनों पक्षों के बीच संघर्ष की लहर फिर से तेज हो गई है। जिससे क्षेत्र की स्थिति और भी गंभीर हो गई है।