बुधवार को अमेरिका में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में स्पष्ट किया कि भारत अपने नागरिकों की अवैध वापसी के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि यदि किसी भारतीय नागरिक को अमेरिका में अवैध रूप से रहने की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है, तो भारत उनकी “वैध वापसी” के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए मदद करने के प्रतिबद्ध एंव पूरी तरह तैयार है।
जयशंकर ने वाशिंगटन डीसी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह भी कहा कि भारत का रुख हमेशा सुसंगत और सिद्धांत आधारित रहा है, और अवैध प्रवास का भारत सख्त विरोधी है। भारत चाहता है कि भारतीय नागरिकों को वैश्विक मंच पर उचित अवसर मिलें, लेकिन अवैध प्रवास से जुड़ी गतिविधियों से बचना जरूरी है।
यह भी देखें:18 हजार अवैध भारतीयों को छोड़ना होगा अमरीका, ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में दावा
इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए ट्रंप प्रशासन भी प्रयासरत है। उन्होंने क्वाड की गतिविधियों को आगे बढ़ाने और दोनों देशों के बीच रक्षा, ऊर्जा और उभरती प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में सहयोग पर जोर दिया।जयशंकर ने यह भी बताया कि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ उनकी मुलाकात में भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करने के लिए साझा प्रतिबद्धता की ओर अग्रसर है, साथ ही इस मुलाकात मे क्षेत्रीय मुद्दों भी चर्चा की गई। भारत के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि अमेरिका में भारतीय समुदाय का एक मजबूत और प्रभावशाली योगदान है, जो दोनों देशों के बीच संबंधों को और अधिक प्रगाढ़ करता है।