
दिल्ली। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को आतंकवादियों ने हाईजैक कर लिया । जिसमें लगभग 500 यात्री सवार थे। जिनमें अधिकांश सैन्य अधिकारी थे। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए चीन और पाकिस्तान को धमकी दी है कि यदि वे अपनी जान बचाना चाहते हैं तो बलूचिस्तान से निकल जाएं। हमले के बाद पाकिस्तान की सेना ने बचाव अभियान शुरू किया और अब तक 104 यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया है।
प्रकृतिक संसाधनो का है सबसे अमीर प्रांत- बलूचिस्तान जो पाकिस्तान का सबसे बड़ा और संसाधन संपन्न प्रांत है । लंबे समय से पाकिस्तान से स्वतंत्रता की मांग कर रहा है। यहाँ के लोग मानते हैं कि पाकिस्तान ने उनके प्राकृतिक संसाधनों का शोषण किया है और उन्हें बुनियादी अधिकार नहीं दिए हैं। चीन द्वारा यहां चल रहे CPEC प्रोजेक्ट्स के कारण भी हिंसा बढ़ी है, क्योंकि इन प्रोजेक्ट्स से स्थानीय समुदायों को विस्थापित किया जा रहा है।
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बीएलए के हमलों का उद्देश्य पाकिस्तान से स्वतंत्रता प्राप्त करना है और साथ ही वे लोग क्षेत्र में चीनी हस्तक्षेप के खिलाफ भी विरोध कर रहे हैं। पिछले कुछ सालों से यह संघर्ष बढ़ता जा रहा है। जिसमें चीन और पाकिस्तान के खिलाफ बलूचिस्तान के लोग सक्रिय रूप से विरोध कर रहे हैं। इस हमले में 16 आतंकवादी मारे गए और सेना का ऑपरेशन अब भी जारी है।बलूचिस्तान की यह स्थिति पाकिस्तान के लिए चिंता का विषय बन चुकी है, जहां एक ओर यह प्रांत संसाधनों से भरपूर है। वहीं दूसरी ओर यहां के लोग गरीबी और उपेक्षा का शिकार भी हैं।