बरेली@LeaderPost। नाथ नगरी में इन दिनों धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन भक्ति भाव के साथ किए जा रहे हैं। श्री हरि मंदिर के 64वें वार्षिक महोत्सव के दौरान श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया गया। कथा व्यास अतुल कृष्ण शास्त्री ने कथा सुनाते हुए कहा की भक्त वत्सल भगवान तो सदा ही भक्तों के वश में रहते हैं। इसी क्रम में श्री बांके बिहारी मंदिर में चल रही भागवत कथा सुनाते हुए कथा व्यास धनंजय दास ने प्रभु श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का भावपूर्ण वर्णन सुनाया।
श्री हरि मंदिर में भागवत कथा के आखिरी दिन कथा व्यास अतुल कृष्ण शास्त्री ने कथा सुनाते हुए कहा कि प्रभु की नजर में सब एक समान है ना कोई गरीब और ना ही कोई धनवान। द्वारकाधीश पहुंचने पर अपने सखा सुदामा के आने का श्री कृष्ण द्वारा उनके प्रति किया गया सद व्यवहार से हम सबको प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। कथा का आनंद लेने वालों में सतीश खट्टर, रवि छाबड़ा, रोहित भसीन, संजय प्रधान, राजेश अरोड़ा, हरीश लुनियाल, संजीव अरोड़ा, नीलम ओबेरॉय, कंचन अरोड़ा, सीमा बब्बर, शाफली अरोड़ा सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी मौजूद रहे। इसी क्रम में बांके बिहारी मंदिर के 34वे वार्षिक महोत्सव के दौरान श्रीमद् भागवत कथा सुनाते हुए कथा व्यास धनंजय दास ने भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का मनोहारी वर्णन सुनाया। उन्होंने कथा को विस्तार देते हुए कहा कि भगवान कृष्ण ने गौ सेवा के साथ ही आसुरी शक्तियों का संहार भी किया। उन्होंने पूतना वध, कालिया नाग मर्दन की कथा भी सुनाई। कथा के दौरान ही उनके द्वारा भक्ति पूर्ण रचनाओं को सुनकर श्रोता जन भक्ति की मस्ती में झूम उठे। कथा सुनने वालों में विनोद ग्रोवर, दिनेश तनेजा, विजय गुप्ता, अश्विनी अरोड़ा, विजय बंसल, नितिन भाटिया, दीपक अरोड़ा सहित बड़ी संख्या में भक्तजन उपस्थित रहे।