इंडोनेशिया के बाली द्वीप में चल रहे जी 20 शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मंगलवार को मुलाकात की। इस दौरान महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे कई क्षेत्रों में सहयोग समेत दोनों देशों के बीच संबंधों को गहरा करने की समीक्षा की गई।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि उन्होंने क्वाड और आई2यू2 जैसे नए समूहों में भारत और अमेरिका के बीच घनिष्ठ सहयोग पर संतोष व्यक्त किया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मोदी और बाइडन दोनों ने सामयिक वैश्विक और क्षेत्रीय विकास पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-अमेरिका साझेदारी को मजबूत करने के लिए लगातार समर्थन देने के लिए बाइडन को धन्यवाद दिया। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि बाइडन के साथ अपनी बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि दोनों पक्ष भारत की आगामी जी20 अध्यक्षता के दौरान घनिष्ठ समन्वय बनाए रखेंगे। भारत 1 दिसंबर से 20 नवंबर, 2023 तक जी20 की अध्यक्षता ग्रहण करने के लिए पूरी तरह तैयार है। मोदी जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए सोमवार को बाली पहुंचे थे।
जी20 शिखर सम्मेलन में आर्थिक सुधार, जलवायु परिवर्तन एजेंडे में सबसे ऊपर
बता दें कि इंडोनेशिया के बाली द्वीप में मंगलवार को 17वां जी20 शिखर सम्मेलन शुरू हुआ। इसमें विश्व आर्थिक सुधार, विश्व स्वास्थ्य प्रणाली और जलवायु परिवर्तन से जुड़े मुद्दे केंद्र में रहे।
दो दिवसीय शिखर सम्मेलन के दौरान रिकवर टुगेदर, रिकवर स्ट्रॉन्गर थीम के तहत डिजिटल परिवर्तन और खाद्य व ऊर्जा सुरक्षा सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। शिखर सम्मेलन के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि शिखर सम्मेलन समावेशी वैश्विक आर्थिक सुधार के लिए एक उत्प्रेरक साबित हो सकता है। राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि जिम्मेदार होने का मतलब अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों का सम्मान करना है। विडोडो ने कहा, हमें दुनिया को टुकड़ों में नहीं बांटना चाहिए।
गौरतलब है कि शिखर सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है, जब दुनिया आर्थिक सुधार, कोविड-19 महामारी, मुद्रास्फीति आदि चुनौतियों का सामना कर रही है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अक्टूबर में इस साल वैश्विक अर्थव्यवस्था में 3.2 प्रतिशत और 2023 में 2.7 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान लगाया था। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय शिखर सम्मेलन में बहुपक्षवाद, खुलेपन, समावेशिता और सहयोग को बढ़ावा देने की अपेक्षा रखता है। 1999 में स्थापित जी20 वित्तीय और आर्थिक मुद्दों पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए एक केंद्रीय मंच है।
शिखर सम्मेलन में 19 देश अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल है।