स्टॉकहोम। इस साल साहित्य का नोबेल पुरस्कार फ्रांसीसी लेखिका एनी एरनॉक्स को “साहस और लाक्षणिक तीक्ष्णता के साथ व्यक्तिगत स्मृति के अंतस, व्यवस्थाओं और सामूहिक बाधाओं को उजागर करने” वाली उनकी लेखनी के लिए दिया गया है। स्वीडिश अकादमी के अनुसार, एरनॉक्स की किताबें लिंग और वर्ग से विभाजित समाज के भीतर व्यक्तिगत अनुभवों और भावनाओं – प्रेम, सेक्स, गर्भपात, शर्म – की गहराई से पड़ताल करती हैं। वह गर्भपात और गर्भनिरोधक के लिए महिलाओं के अधिकारों का पुरजोर बचाव करती हैं।
82 वर्षीय एरनॉक्स पूर्णकालिक लेखिका बनने से पहले एक शिक्षिका थीं। उनकी 20 से अधिक पुस्तकें हैं, जिनमें से अधिकांश बहुत छोटी, उनके जीवन की घटनाओं और उनके आसपास के लोगों के जीवन की घटनाएं हैं। ये किताबें यौन टकराव, गर्भपात, बीमारी और उनके माता-पिता की मृत्यु की बेलाग तस्वीर पेश करती हैं। साहित्य के लिए नोबेल समिति के अध्यक्ष एंडर्स ओल्सन ने कहा कि एरनॉक्स का काम अक्सर “खरा और साधारण में लिखा बेदाग होता है। एरनॉक्स एक बेहद ईमानदार लेखिका हैं, जो कड़वी सच्चाइयों का सामना करने से नहीं डरती हैं।”
स्टाकहोम में पुरस्कार की घोषणा के बाद एरनॉक्स ने कहा कि वह पुरस्कार पाकर बेहद खुश हैं लेकिन “हैरान नहीं हैं”। उन्होंने कहा, “वह उन चीजों के बारे में लिखती हैं, जिनके बारे में कोई और नहीं लिखता है, उदाहरण के लिए अपने गर्भपात, अपनी ईर्ष्या, एक परित्यक्त प्रेमिका के रूप में अनुभव। मेरा मतलब है, वास्तव में कठिन अनुभव।”
बतौर पुरस्कार एरनॉक्स को एक करोड़ स्वीडिश क्रोनर (करीब 9,00,000 अमरीकी डालर) की रकम मिलेगी। पेरिस के पश्चिम में स्थित कस्बे केर्गी में अपने घर के बाहर जुटे पत्रकारों से उन्होंने कहा, “मैं बहुत खुश हूं, गौरवान्वित हूं। वोएला, बस।” फ्रांसीसी राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने ट्वीट किया- “एनी एरनॉक्स 50 वर्षों से हमारे देश की सामूहिक और अंतरंग स्मृति पर उपन्यास लिख रही हैं। उनकी आवाज महिलाओं की आजादी और सदी की भूली-बिसरी आवाजों की है।”
नोबेल जीतने वाली पहली फ्रांसीसी महिला लेखिका
एरनॉक्स साहित्य का नोबेल जीतने वाली पहली फ्रांसीसी महिला लेखिका हैं और कुल 119 नोबेल साहित्य पुरस्कार प्राप्त करने वालों में शामिल 17वीं महिला हैं। “ला प्लेस” (एक पुरुष की जगह) से सुर्खी पाने वाली एरनॉक्स ने इसमें पिता के साथ अपने संबंधों के बारे में लिखा है- “कोई गीतात्मक स्मरण नहीं, विडंबना का कोई उत्साहजनक प्रदर्शन नहीं। यह तटस्थ लेखन शैली मुझमें स्वाभाविक रूप से है।” आलोचकों के बीच में बेहद सराही गई उनकी किताब “द इयर्स” 2008 में प्रकाशित हुई थी और इसमें उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के अंत से लेकर आज तक खुद का और व्यापक फ्रांसीसी समाज का वर्णन किया है।
अपनी पूर्व की किताबों से इतर एरनॉक्स ने “द इयर्स” में तीसरे व्यक्ति के तौर पर अपने बारे में लिखा है और अपने चरित्र को “मैं” की जगह “वह” कहकर संबोधित किया है। किताब को कई पुरस्कार और सम्मान मिले हैं। एरनॉक्स को नोबेल पुरस्कार 10 दिसंबर को प्रदान किया जाएगा।