श्रीनगर/नई दिल्ली। कांग्रेस छोड़ने वाले वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद अपनी नई सियासी पारी अपनी ही पार्टी से शुरू करेंगे। सोमवार को पूर्व कांग्रेस नेता ने अपनी पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया। उन्होंने अपनी पार्टी का नाम दिया है- डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी। माना जा रहा है कि अब गुलाम नबी देश भर में अपने समर्थक कांग्रेसियों को अपनी पार्टी से जोड़ेंगे।
सोमवार को गुलाम नबी आजाद ने एक कार्यक्रम में पार्टी के नाम का ऐलान किया। उन्होंने अपनी नई डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी के झंडे का अनावरण भी किया। उन्होंने बताया कि झंडे का मस्टर्ड कलर रचनात्मकता और विविधता में एकता को इंगित करता है। सफेद रंग शांति को इंगित करता है और नीला रंग स्वतंत्रता, खुली जगह, कल्पना और समुद्र की गहराई से आकाश की ऊंचाइयों तक की सीमाओं को इंगित करता है।
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि उनकी नई पार्टी के लिए लगभग 1,500 नाम उन्हें उर्दू और संस्कृत में भेजे गए थे। हिन्दी और उर्दू का मिश्रण ‘हिन्दुस्तानी’ है। हम चाहते थे कि नाम लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण और स्वतंत्र हो।” उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी में कोई उम्र की सीमा नहीं होगी।
गौरतलब है कि गुलाम नबी आजाद ने पिछले हफ्ते कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। सोनिया गांधी को लिखे अपने त्याग पत्र में उन्होंने पिछले लगभग नौ वर्षों में पार्टी को चलाने के तरीके को लेकर पार्टी नेतृत्व, विशेषकर राहुल गांधी पर निशाना साधा था। आजाद ने कांग्रेस छोड़ने के बाद जम्मू में हुई अपनी पहली जनसभा में अपने स्वयं के राजनीतिक संगठन को शुरू करने की घोषणा की थी। कहा था कि उनका दल पूर्ण राज्य की बहाली पर ध्यान केंद्रित करेगा।
बता दें कि वह वर्ष 2005 से 2008 तक जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे।