हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल करते हुए 68 में से 40 सीटों पर कब्जा जमाया है। पूर्ण बहुमत मिलने के बाद कांग्रेस अब सरकार बनाने की तैयारी में है। इसी कड़ी में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने शिमला में राजभवन जाकर राज्यपाल से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया। उनके साथ पर्ववेक्षक के तौर पर नियुक्त छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा भी थे। कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने राज्यपाल को एक पत्र सौंपा है, जिसमें कांग्रेस विधायकों की सूची है। कांग्रेस ने पत्र के जरिए बताया है कि उनके पास सरकार बनाने के लिए पर्याप्त संख्या में विधायक हैं।
अलबता, अभी तक कांग्रेस यह तय नहीं कर पाई है कि राज्य में वह मुख्यमंत्री किसे बनाएगी। मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान की नौबत बन गई है। पार्टी में कई लोगों ने मुख्यमंत्री पद की दावेदारी तेज कर दी है।
प्रतिभा सिंह अड़ीं, समर्थकों का प्रदर्शन
मुख्यमंत्री पद को लेकर मंथन के लिए शुक्रवार को शिमला के होटल में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, भूपेंद्र हुड्डा, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और हिमाचल के प्रभारी राजीव शुक्ला के बीच बैठक हुई, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह अपने अलावा किसी और नाम के लिए तैयार होती नहीं दिख रही हैं। उनके समर्थकों ने होटल के बाहर शक्ति प्रदर्शन किया और उनके समर्थन में नारेबाजी की। ऐसे में, अब कांग्रेस विधायक दल की बैठक में चेहरा तय करने किए जाने की बात कही गई है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री पद की रेस में चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुकेश अग्निहोत्री, धनीराम शांडिल, राजेंद्र राणा और चंद्र कुमार समेत कई चेहरे हैंं।