बरेली@LeaderPost। राजधानी दिल्ली में बेबी केयर हॉस्पिटल में हुए हादसे ने 7 शिशुओं की जिंदगी शुरू होते ही खत्म कर दी, पुलिस जांच में सामने आया की हॉस्पिटल अवैध तरीके से संचालित था और फायर एनओसी भी नहीं ली गई थी।
बरेली में ऐसे दर्जनों अस्पताल है जो इस तरह की लापरवाही के साथ चल रहे है जो सीधे तौर पर मासूमों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। प्राइवेट अस्पताल तो छोड़िए बरेली के जिला चिकित्सालय में भी लापरवाहियों का अंबार लगा है। जिला अस्पताल में फायर एक्सटिंग्विशर सही तरीके से काम नहीं कर रहा है जब जिम्मेदारों से इस बारे में पूछा गया तो काम चल रहा है कह कर पल्ला झाड़ते नजर आए। सबसे गंभीर बात तो यह हैं कि वार्डों में लगे फायर एक्सटिंग्विशर वर्किंग कंडिशन में नहीं है ऐसे में अगर कोई हादसा होता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।
आपको बता दें बरेली में ऐसे दर्जनों बच्चों से संबंधित छोटे बड़े अस्पताल चल रहे है जिसमें फायर एक्सटिंग्विशर प्लांट तो छोड़िए अग्निशमन यंत्र तक नहीं लगे हुए है। और कागजों पर मिली एनओसी और रजिस्ट्रेशन के साथ चल रहे है। अब देखना ये है कि दिल्ली हादसे के कितने दिन बाद बरेली स्वास्थ्य विभाग की कुंभकर्णी नींद खुलती है।