दिल्ली । सुकमा जिले में शुक्रवार की सुबह एक बड़ी घटना घटी जब 22 नक्सलियों ने पुलिस और CRPF के सामने आत्मसमर्पण किया। इन नक्सलियों में एक दंपत्ति भी शामिल था। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति और “नियद नेल्ला नार” योजना से प्रभावित होकर मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया। समर्पण करने वाले नक्सलियों में पुरुष और महिला दोनों शामिल हैं जिन पर विभिन्न राशि के इनाम की घोषणा की गई थी। इनमें से कुछ पर 8-8 लाख रुपये कुछ पर 5-5 लाख रुपये और कुछ पर 2-2 लाख रुपये का इनाम था।
पुलिस के दबाव और शोषण से तंग आकर नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
इन नक्सलियों ने पुलिस के बढ़ते प्रभाव और नक्सलियों द्वारा आदिवासियों पर हो रहे शोषण और हिंसा से तंग आकर यह कदम उठाया। सुरक्षा बलों की मदद से इन नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने का मौका मिला। पुलिस ने उन्हें छत्तीसगढ़ की नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति 2025 के तहत 50-50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि, कपड़े और अन्य सुविधाएं प्रदान की। इस कदम से यह प्रतीत होता लगता है कि राज्य में नक्सलवाद के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को सफलता मिल रही है और इलाके में शांति और सुरक्षा का माहौल बन रहा है।
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