दिल्ली। भारत के उच्चाधिकारियों का विदेश दौरा, कूटनीतिक रिश्तों को मजबूत करने की कोशिश
भारत कि बहुध्रुवीय कूटनीति के चाणक्य एवं मोदी सरकार की मंत्रिमंडल के प्रमुख केंदीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल अमेरिका में, विदेश मंत्री एस जयशंकर ब्रिटेन और आयरलैंड की दौरे पर है तो वही दूसरी ओर सचिन विक्रम मिस्री 2 दिन के दौरे रूस दौरे पर है। जिसके चलते दुनिया भर में और राजनीतिक गलियारों में गहमागहमी उथल-पुथल जारी है। जहां एक ओर दुनिया भर में अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ को लेके तनाव है। तो वही दूसरी ओर रूस यूक्रेन के बीच युद्ध शांति को लेकर अभी भी विवाद जारी है। इसलिए यह माना जा रहा है इस यात्रा का उद्देश्य द्विपक्षीय रिश्तों को और सुदृढ़ करना है।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री रूस में सालाना द्विपक्षीय बैठक में भाग लेंगे। जहां दोनों देशों के आपसी संबंधों पर चर्चा होगी। इस दौरान उनकी रूस के शीर्ष नेताओं से भी मुलाकात की संभावना है। यह दौरा ऐसे समय पर हो रहा है जब रूस और यूक्रेन के बीच शांति प्रक्रिया पर वैश्विक प्रयास जारी हैं। भारत इस समय अपनी मल्टीपोलर डिप्लोमेसी को और मजबूती से बढ़ा रहा है, और इस यात्रा का उद्देश्य द्विपक्षीय रिश्तों को और सुदृढ़ करना है।
यह भी देखें : D A में हो सकती है वृद्धि , केंद्र सरकार का सरकारी कर्मचारियों को होली का तोफा
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल का अमेरिकी दौरा इस समय खास महत्व रखता है। अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज व्हाइट हाउस में क्रिप्टो सेक्टर से जुड़ी अहम बैठक की मेज़बानी करेंगे। ट्रंप के द्वारा टैरिफ बढ़ाने की घोषणा के बाद पीयूष गोयल का यह दौरा भारतीय व्यापारियों के हितों की रक्षा करने के साथ-साथ दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों को नई दिशा देने का प्रयास है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ब्रिटेन में कई प्रमुख कार्यक्रमों में शिरकत की, जहां उन्होंने भारत की कूटनीतिक नीतियों पर चर्चा की और देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उनका यह दौरा भारतीय विदेश नीति को वैश्विक मंच पर मजबूती से प्रस्तुत करने की दिशा में एक अहम कदम है।