नई दिल्ली/पटना
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। महागठबंधन में शामिल आरजेडी और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर खींचतान सामने आ रही है। मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर पर तेजस्वी यादव राहुल गांधी और अन्य वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस चाहती है कि उसे 70 से कम सीटें न दी जाएं जबकि आरजेडी 50 से भी कम सीटें देने के पक्ष में है। कांग्रेस इस बार जीतने योग्य सीटों की मांग कर रही है क्योंकि पिछली बार उसे कमजोर सीटें मिली थीं जिससे उसका प्रदर्शन कमजोर रहा था।
बैठक में मुख्यमंत्री चेहरे पर भी चर्चा हुई। तेजस्वी चाहते हैं कि उन्हें ही महागठबंधन का सीएम चेहरा घोषित किया जाए, लेकिन कांग्रेस अब तक इस पर सहमत नहीं दिख रही है। साथ ही कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार और पप्पू यादव की भूमिका को लेकर भी चर्चा हुई। बताया जा रहा है कि तेजस्वी यादव कन्हैया की बढ़ती सक्रियता से नाराज हैं और कांग्रेस की हालिया यात्राओं से दूरी बनाकर उन्होंने नाराजगी भी जाहिर की है।
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बैठक में यह भी तय हुआ कि 17 अप्रैल को पटना में महागठबंधन की एक और बैठक होगी। जिसमें बाकी दलों को भी जोड़ा जा सकता है। तेजस्वी ने कहा कि बिहार में एनडीए की विदाई तय है और महागठबंधन पूरी तैयारी में है। भाजपा ने इस गठबंधन को “बेमेल” बताया और कहा कि कांग्रेस और आरजेडी एक-दूसरे को कमजोर करना चाहती हैं। वहीं कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार के बयान पर बीजेपी ने पटना के थाने में शिकायत भी दर्ज कराई है। बिहार चुनाव से पहले सभी दल अपने-अपने समीकरण बैठाने में जुट गए हैं। आने वाले दिनों में स्थिति और साफ होगी कि गठबंधन का चेहरा कौन होगा और किसे कितनी सीटें मिलेंगी।