बरेली-टनकपुर हाईवे पानी में डूबा, सेना के हेलीकॉप्टर से बाढ़ में फंसे लोगों को निकाला

नदियों के जलस्तर में इजाफा, खतरे के निशान के करीब...

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बरेली@LeaderPost। बरेली मंडल के जिलों में बाढ़ के हालात हो गए हैं। बरेली-टनकपुर हाईवे पानी में डूब चुका है, तो वहीं पीलीभीत में सेना के हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट कर बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। नदियों के जलस्तर में काफी इजाफा हुआ है। यहां का पानी खतरे के निशान के करीब है। जिसके चलते बाढ़ चौकी और शरणालय को अलर्ट किया गया है। प्रशासनिक अफसरों ने निगरानी बढ़ा दी है। इसके साथ ही राजस्व विभाग की टीम गांवों की तरफ रुख कर रही है। बरेली में 100 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आने की उम्मीद है। खेतों में खड़ी फसल डूबने के कारण नष्ट होने लगी हैं। पीलीभीत में बाढ़ की स्थिति काफी भयावह है। यहां की देवहा नदी का पानी घरों में घुस आया है। इससे लोग काफी परेशान हैं। शहर के मोहल्ला हाथी खाना समेत कई मोहल्लों में पानी भर चुका है। इसमें लोग फंसे हैं। एनडीआरएफ और एफडीआरएफ की टीम बाढ़ ग्रस्त के इलाकों में पहुंच रही हैं, जो लोगों की मदद में जुटने लगी हैं। मंगलवार दोपहर पीलीभीत शहर में आने वाले ओवर ब्रिज पर भी पानी आ गया है। जिसके चलते ओवर ब्रिज पर वाहनों का लंबा जाम लग गया है।

खटीमा और सितारगंज से आया पानी

पीलीभीत शहर में उत्तराखंड के उधम सिंह नगर के कस्बा खटीमा और सितारगंज से भी बारिश का पानी आ रहा है। उत्तराखंड से पीलीभीत और बरेली को आने वाली नदियों में पानी छोड़ने के कारण नदियों का जल स्तर बढ़ गया है। इसलिए गांव से लेकर शहर तक के मोहल्ले में पानी घुस गया है। सेना के हेलीकॉप्टर को मदद के लिए लगाया गया है। हेलीकॉप्टर से बाढ़ में फंसे लोगों को निकाला है।

रामगंगा नदी भी खतरे के निशान के करीब

बरेली शहर के नजदीक से गुजरने वाली रामगंगा नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। इससे कई गांव में पानी घुसने की उम्मीद जताई जा रही है। कृषि भूमि को नदियों के पानी ने चपेट में ले लिया है। इससे फैसले भी पानी में डूब गई हैं। प्रशासन ने गोताखोरों को अलर्ट कर दिया है। इसके साथ ही फरीदपुर, आंवला और बहेड़ी के एसडीएम, तहसीलदार के साथ राजस्व विभाग की टीमों ने भी निगरानी शुरू कर दी है।

नदियों के किनारे गांव में सबसे अधिक खतरा

बरेली की रामगंगा बहगुल, भाखड़ा, नकटिया और शंखा नदियों का जलस्तर काफी बढ़ गया है। इन नदियों के किनारे बसे गांव में भी पानी घुसने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके साथ ही कैंट क्षेत्र के पीपल गोटिया, सूरत, टांडा, कोहनी करेली समेत कई गांव की कृषि भूमि डूबने लगी है। पशुओं का चारा भी पानी में डूब गया है ।

शहर के मोहल्लों में भी भरा पानी

बारिश के बाद बरेली स्मार्ट सिटी के कई रास्ते पानी में डूब चुके हैं। इसके साथ ही शहर के बदायूं रोड की कॉलोनी, सुभाष नगर, जगतपुर और एजाजनगर गोटिया आदि के घरों तक पानी पहुंच गया।

 

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