बरेली@LeaderPost। अपराधियों पर नकेल कसने के लिए बरेली पुलिस ने जो कदम उठाए हैं, उससे अपराधियों में खौफ का माहौल पैदा हो गया है। एसएसपी अनुराग आर्य के नेतृत्व में पिछले तीन महीनों में 39 हाफ एनकाउंटर किए गए हैं, जिससे जेल अस्पताल में जख्मी अपराधियों की संख्या बढ़ गई है। अब छोटे-मोटे मामलों में भी अपराधी जमानत तुड़वाकर जेल जाने को मजबूर हैं, ताकि पुलिस की सख्ती से बच सकें।
पुलिस कप्तान की सख्ती से हड़कंप
एसएसपी अनुराग आर्य के बरेली की कमान संभालने के बाद अपराधियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई में तेजी आई है। एसएसपी के निर्देश पर पुलिस ने कई गंभीर मामलों में कार्रवाई की है, जिनमे पीलीभीत बाईपास गोलीकांड, गोकशी, आंवला में सर्राफा व्यापारी की हत्या और सरेआम लूट की घटना शामिल हैं। पुलिस के इस सख्त रुख ने अपराधियों में डर पैदा कर दिया है। पिछले तीन महीनों में कुल 29 मामलों में कार्रवाई की गई है, जिसमें 59 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। इस दौरान 15 पुलिसकर्मी भी मामूली रूप से घायल हुए हैं।
39 अपराधियों का हाफ एनकाउंटर
30 जून से 15 अक्टूबर के बीच बरेली पुलिस ने 39 अपराधियों को मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली मारकर गिरफ्तार किया है। सभी अपराधियों का इलाज पुलिस द्वारा जेल अस्पताल में किया जाता है, जिससे अस्पताल अक्सर भर जाता है। इन मुठभेड़ों में शामिल कुछ प्रमुख अपराधियों में केपी यादव, सुभाष लोधी, धनुष यादव, और अमर सिंह जैसे नाम शामिल हैं। हाल ही में आंवला में सर्राफा व्यापारी की हत्या के मामले में शामिल दो अपराधियों को भी पुलिस ने उनके दोनों पैरों में गोली मारकर गिरफ्तार किया था।