
दिल्ली । जम्मू-कश्मीर विधानसभा में वक्फ कानून को लेकर लगातार तीसरे दिन भारी हंगामा हुआ। जैसे ही बुधवार को कार्यवाही शुरू हुई नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक मुबारक गुल ने वक्फ अधिनियम पर चर्चा की मांग की। इसके विरोध में बीजेपी के विधायकों ने बेरोजगारी जैसे मुद्दों को पहले उठाने की बात कही। बात इतनी बढ़ गई कि सदन में नारेबाजी शुरू हो गई और स्थिति देखते ही देखते तनावपूर्ण महौल में तब्दील हो गई । जिसके चलते AAP और बीजेपी विधायकों के बीच नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। जिसके बाद विधानसभा के बाहर भी गहमागहमी रही । जहां AAP विधायक मेहराज मलिक और बीजेपी नेता विक्रम रंधावा के बीच तीखी तकरार हुई। रंधावा ने AAP पर हिंदू समुदाय के खिलाफ अपमानजनक बयान देने का आरोप लगाया।
कार्यवाही को दो बार स्थगित किया गया–हंगामा इतना जोरदार था कि स्पीकर ने बीच में ही कार्यवाही को दो बार स्थगित किया। सदन में सीएम उमर अब्दुल्ला मौजूद नहीं थे। वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक वेल तक पहुंचे और वक्फ एक्ट पर बहस की मांग को लेकर नारेबाजी करते रहे।
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इस बीच मुताहिदा मजलिस-ए-उलेमा की बैठक पर प्रशासन ने रोक लगा दी और मीरवाइज मंजिल की ओर जाने वाले रास्तों को सील कर दिया गया। सज्जाद लोन ने स्पीकर से अस्थायी रूप से चैंबर में जाने की मांग की और अविश्वास प्रस्ताव का भी जिक्र किया। वक्फ कानून संसद से पारित होकर कानून बन चुका है लेकिन राज्य में इसे लेकर राजनीतिक संग्राम थमता नहीं दिख रहा। लगातार बढ़ते विरोध के चलते अब यह मुद्दा सिर्फ कानूनी नहीं बल्कि सियासी मोड़ ले चुका है।