दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके शीर्ष रिपब्लिकन सहयोगियों ने रविवार को यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की पर दबाव बढ़ाया। उन्होंने जेलेंस्की से रूस के साथ चल रहे युद्ध पर अपना रुख बदलने या इस्तीफा देने की मांग की। इस बयान से पहले, यूरोपीय देशों के नेताओं ने लंदन में एक बैठक में यूक्रेन को अपना समर्थन जारी रखने की बात कही थी। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा कि रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन की रक्षा प्रयासों को और बढ़ाना चाहिए। बीते दिनों व्हाइट हाउस में हुई बैठक के दौरान ट्रंप -जेलेंस्की के बीच तीखी बहस हुई । जिसमें ट्रंप ने जेलेंस्की से पुतिन के साथ शांति समझौता करने की बात कही। जेलेंस्की ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पुतिन ने युद्धविराम समझौते का उल्लंघन किया और उसे आतंकवादी और हत्यारा करार दिया। इस पर ट्रंप ने जेलेंस्की पर आरोप लगाया कि वह तीसरे विश्व युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं और यूक्रेन को संकट से बाहर नहीं निकालना चाहते।
यह भी देखें : पीएम मोदी ने गुजरात में एशियाई शेरों के साथ मनाया विश्व वन्यजीव दिवस
अमेरिकी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर माइक वाल्ट्ज ने कहा कि अगर यह साबित हो जाता है कि जेलेंस्की की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं युद्ध समाप्त करने के खिलाफ हैं, तो यह एक गंभीर मुद्दा हो सकता है। वहीं, सीनेटर लिंडसे ग्राहम और हाउस स्पीकर माइक जॉनसन ने भी यूक्रेन के नेतृत्व में बदलाव की बात कही। अमेरिकी विदेश सचिव मार्को रुबियो ने कहा कि अमेरिका तब तक यूक्रेन के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है, जब तक जेलेंस्की शांति स्थापित करने के लिए मान जाएं। इस विवाद के बाद यह सवाल उठता है कि क्या अमेरिका और यूक्रेन के बीच सहयोग जारी रहेगा या स्थिति में बदलाव होगा।