सैफई। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन से दु:खी पांच सौ किलोमीटर दूर महाराजगंज के नौतनवा से पैदल ही सैफई के लिए निकल पड़ने वाले नेताजी के नन्हें समर्थक नवरत्न की मुराद अखिलेश यादव ने पूरी कर दी।

अखिलेश ने गाड़ी भेजकर नवरतन को सैफई बुलवाया। उससे काफी देर तक बातचीत की और कोठी में ही खाना खिलाया। उन्होंने पढ़ाई का पूरा खर्च किए जाने का वादा करते हुए नवरतन से कहा कि पहले पढ़ो लिखो फिर अच्छा नेता बनना।

महाराजगंज जनपद के नौतनवा विधान सभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत मलहनी फुलवरिया का रहने वाला 10 वर्षीय बालक नवरतन यादव 12 अक्टूबर को बिना किसी को बताए घर से सैफई के लिए निकल पड़ा था। कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर जीआरपी ने उसे अकेला देखकर पूछताछ की थी। इसपर उसने मुलायम सिंह यादव के निधन से दुखी होने और नेताजी के अंतिम दर्शन करने सैफई जाने की जानकारी दी थी। उसने खुद को मुलायम सिंह यादव सच्चा समर्थक बताया था।

इस घटना की खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं तो सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी संज्ञान लिया था। इसपर उन्होंने शुक्रवार को गोरखपुर के सपा जिलाध्यक्ष आमिर हुसैन व पूर्व विधायक कुंवर कौशल उर्फ मुन्ना सिंह को उसे सैफई लाने के लिए कहा था।

इसी कड़ी में शनिवार को महाराजगंज के नौतनवा के पूर्व विधायक कुंवर कौशल उर्फ मुन्ना सिंह अपनी गाड़ी से नवरतन यादव को लेकर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से इटावा सैफई पहुंचे। यहां पर अखिलेश यादव ने नवरतन से मुलाकात की। अखिलेश ने बच्चे को गोद में बैठा लिया और उससे पूछा कि आप पढ़ाई करना चाहते हैं या फिर राजनीति? बच्चे ने जवाब दिया कि साहब हम पढ़ाई करना चाहते हैं। जिस पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आप पढ़ाई करिए उसका सारा खर्च हम उठाएंगे। बच्चे ने नेताजी की फोटो पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान वह भावुक हो गया। अखिलेश ने कार्यकर्ताओं से कहकर बच्चे को खाना खिलवाया और फिर उसे पूर्व विधायक के साथ वापस घर के लिए भेज दिया।

 

 



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