दिल्ली। दिल्ली में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही आम आदमी पार्टी में अंदरुनी नहीं उठा पटक शुरू हो चुकी है। पार्टी को विधानसभा चुनाव में करारी हा चलते पार्टी के नेताओं में आपसी फूट थमने का नाम नहीं ले रही है।दिल्ली चुनावों में हार के बाद पंजाब में सरकार के भीतर कई अहम बदलाव हुए हैं। सबसे पहले, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंत्री कुलदीप धालीवाल से प्रशासनिक सुधार विभाग छीन लिया है। यह विभाग अब खत्म कर दिया गया है, क्योंकि यह पहले से ही केवल कागजों पर था और इसका कोई प्रभावी कार्य नहीं हो रहा था। अब कुलदीप धालीवाल के पास केवल एनआरआई मामलों का विभाग रह गया है।
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साथ ही पंजाब सरकार ने पुलिस महकमे में भी बड़े फेरबदल किए। कुल 21 आईपीएस अधिकारियों के ट्रांसफर किए गए हैं, जिसमें कई जिलों के पुलिस प्रमुखों का तबादला किया गया है। लुधियाना रेंज की पुलिस महानिरीक्षक धनप्रीत कौर को जालंधर का पुलिस आयुक्त बनाया गया है। इसी तरह से, कई अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का भी स्थानांतरण किया गया है। इस तरह के बदलावों के पीछे क्या कारण हो सकते हैं? क्या यह पंजाब में सत्ता का पुनर्गठन है, या फिर दिल्ली के चुनावी नतीजों का असर है? हालांकि, मुख्यमंत्री भगवंत मान पहले ही यह स्पष्ट कर चुके हैं कि पंजाब सरकार दिल्ली के दबाव में नहीं चलेगी, लेकिन इन फैसलों से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। अब यह देखना होगा कि ये बदलाव भविष्य में सरकार के कामकाज पर कैसे असर डालते हैं।