नई दिल्ली।
स्वतंत्रता दिवस समारोह के मौके पर सोमवार को लालकिले की प्राचीर पर लगातार 9वीं बार तिरंगा झंडा फहराने के बाद देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर देशवासियों को शुभकामनाएं और बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज हर स्वतंत्रता सेनानी को नमन करने का दिन है। दुनिया के हर कोने में आन बान और शान के साथ तिरंगा लहरा रहा है।
लालकिला पर पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की। इससे पहले प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा- देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। जय हिंद!

महापुरुषों को नमन, नेहरू को भी किया याद
लालकिले से देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी की जंग लड़ने वाले और आजादी के बाद देश बनाने के लिए अपना जीवन खपा देने वाले महापुरुषों को नमन करते हुए कहा कि देश बापू, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, बी.आर. अंबेडकर और वीर सावरकर के प्रति कृतज्ञ है, जिन्होंने कर्तव्य पथ पर अपने जीवन को खपा दिया। कर्तव्य पथ ही उनका जीवन पथ रहा। प्रधानमंत्री मोदी ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद और सरदार वल्लभभाई पटेल को याद करते हुए कहा कि आज आजादी की जंग लड़ने वाले और आजादी के बाद देश बनाने वाले डॉ. राजेंद्र प्रसाद, नेहरू, सरदार वल्लभाचार्य पटेल, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, लाल बहादुर शास्त्री, दीन दयाल उपाध्याय, जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया, आचार्य विनोबा भावे, नानाजी देशमुख और ऐसे अनेक महापुरुषों को नमन करने का दिन है। पीएम मोदी ने कहा कि देश मंगल पांडे, तात्या टोपे, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, चंद्रशेखर आजाद, असफाक उल्ला खां, राम प्रसाद बिस्मिल और ऐसे अनगिनत क्रांति वीरों के प्रति कृतज्ञ है, जिन्होंने ब्रिटिश हुकूमत की नींव हिला दी थी। प्रधानमंत्री ने झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, झलकारी बाई, दुर्गा भाभी और बेगम हजरत महल के साथ-साथ आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली महिलाओं को भी याद करते हुए उन्हें नमन किया।
देश के स्वतंत्रता संग्राम का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हिंदुस्तान का कोई कोना, कोई काल ऐसा नहीं था, जब देशवासियों ने सैकड़ों सालों तक गुलामी के खिलाफ जंग न की हो, जीवन न खपाया हो, यातनाएं न झेली हो, आहुति न दी हो। आज हम सब देशवासियों के लिए ऐसे हर महापुरुष को, हर त्यागी और बलिदानी को नमन करने का अवसर है।
आजादी के गुमनाम नायकों को याद करने के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि हिंदुस्तान के हर कोने में उन सभी महापुरुषों को याद करने का प्रयास किया गया, जिनको किसी न किसी कारणवश इतिहास में जगह न मिली या उनको भुला दिया गया था। आज देश ने खोज-खोज कर ऐसे वीरों, महापुरुषों, बलिदानियों, सत्याग्रहियों को याद किया, नमन किया।

भ्रष्टाचार को दीमक बताया, लड़ाई में जनता से सहयोग की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले से देशवासियों को संबोधित करते हुए भ्रष्टाचार को लेकर विरोधी दलों पर तीखा निशाना साधा। कहा कि आज देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ नफरत दिखती है, यह नफरत नजर भी आती है, लेकिन कभी-कभी भ्रष्टाचारियों के प्रति उदारता बरती जाती है, जो किसी भी देश में शोभा नहीं देगा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार गंदगी की तरह है, जिसकी सफाई जरूरी है। नाम लिए बिना विरोधी दलों के कई नेताओं पर कटाक्ष करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कई लोग तो इतनी बेशर्मी तक चले जाते हैं कि कोर्ट में सजा हो चुकी हो, भ्रष्टाचारी सिद्ध हो चुके हों, जेल जाना तय हो चुका हो, जेल गुजार रहे हों लेकिन इसके बावजूद भी उनका महिमामंडन करने में लगे रहते हैं, उनकी शान-शौकत और प्रतिष्ठा बनाने में लगे रहते हैं।
मोदी ने इसकी तीखी आलोचना करते हुए कहा कि जब तक भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारी के प्रति नफरत का भाव पैदा नहीं होता होता, सामाजिक रूप से उसे नीचा देखने के लिए मजबूर नहीं करते, तब तक ये मानसिकता खत्म नहीं होने वाली है इसलिए भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के प्रति जागरूक होने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में देश एक निर्णायक काल खंड में प्रवेश कर रहा है और उन्हें भ्रष्टाचार और परिवारवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए देश के 130 करोड़ लोगों का सहयोग और आशीर्वाद चाहिए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार देश को दीमक की तरह खोखला कर रहा है, उन्हें इसके खिलाफ लड़ाई लड़नी है, लड़ाई को तेज करना है और इसके लिए वह देश की 130 करोड़ जनता का सहयोग मांगने आए हैं, ताकि वे इस लड़ाई को लड़ पाए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों के दौर में जो लोग बैंक लूटकर भाग गए, उनकी संपत्तियां जब्त करके वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं। कइयों को जेलों में जीने को मजबूर करके रखा गया है। उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश है कि जिन्होंने देश को लूटा है, उन्हें इसे लौटाने के लिए मजबूर कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि भारत जैसे लोकतंत्र में एक तरफ वे लोग हैं, जिनके पास रहने को घर नहीं है और दूसरी तरफ वे लोग हैं, जिनके पास चोरी किया हुआ माल रखने के लिए जगह नहीं है।

परिवारवाद को लेकर विरोधियों पर साधा निशाना
भ्रष्टाचार के साथ भाई-भतीजावाद (परिवारवाद) को देश की बड़ी समस्या बताते हुए प्रधानमंत्री ने परिवारवाद को लेकर भी विरोधी दलों पर तीखा निशाना साधते हुए कहा कि परिवारवाद और भाई भतीजावाद से देश को बचाना जरूरी है। परिवारवादी राजनीति परिवार के लिए होती है उसे देश से कोई लेना देना नहीं होता और इसलिए लालकिले की प्राचीर से तिरंगे की आन बान शान के नीचे वो यह कह रहे हैं कि देश को इन चुनौतियों, विकृतियों और बीमारियों से लड़ना ही होगा, क्योंकि अगर इसका समाधान नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में यह विकराल रूप ले सकते हैं। मोदी ने कहा कि जब वो भाई-भतीजावाद और परिवारवाद की बात करते हैं तो लोगों को लगता है कि वे सिर्फ राजनीति की बात कर रहे हैं। जी नहीं, दुर्भाग्य से राजनीतिक क्षेत्र की उस बुराई ने हिंदुस्तान के हर संस्थान में परिवारवाद को पोषित कर दिया है। परिवारवाद देश की अनेक संस्थाओं को अपने मे लपेटे हुए है और उसके कारण देश के टैलेंट और सामर्थ्य को नुकसान पहुंचता है।
खेलों में भाई-भतीजावाद खत्म होने और चयन में पारदर्शिता आने का असर अंतर्राष्ट्रीय खेल मुकाबलों में मेडल के रूप में नजर आने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हिंदुस्तान की राजनीति के शुद्धिकरण और हिंदुस्तान की सभी संस्थाओं के शुद्धिकरण के लिए भी देश को इस परिवारवादी मानसिकता से मुक्ति दिलाकर योग्यता की तरफ बढ़ाना होगा। यह उनकी संवैधानिक और लोकतांत्रिक जिम्मेदारी है।
मोदी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी सरकार की उपलब्धि का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले 8 वर्षो में उनकी सरकार डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के द्वारा आधार, मोबाइल जैसी आधुनिक व्यवस्थाओं का उपयोग करते हुए गलत हाथों में जाने वाले 2 लाख करोड़ रुपये को बचाकर उन्हें देश की भलाई में लगाने में कामयाब हुई है।

देश में पुनर्चेतना और पुनर्जागरण का काल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह देश में पुनर्चेतना और पुनर्जागरण का काल है। देश नई राह पर चल निकला है। हम सबका साथ, सबका विकास के मंत्र के साथ चले थे, लेकिन देशवासियों ने इसमें सबका विश्वास और सबका प्रयास जोड़कर इसे नया आयाम दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि देश में बड़ा सामर्थ्य है, लोग यह तब तक नहीं जानते, जब तक हम उनके सामने यह दिखा नहीं देते। उन्होंने कहा कि अभी 10 अगस्त तक किसी को पता भी नहीं होगा कि हमारे अंदर क्या सामर्थ्य है। पिछले 3 दिनों में भारतीयों ने हाथों में तिरंगा लेकर दिखा दिया कि हम कितने सामर्थ्यवान हैं। जब हमारे देश के लोग हाथों में तिरंगा लेकर चलते हैं तो उनके सामर्थ्य को दुनिया देखती है। जब देश ताली-थाली बजाकर कोरोना वारियर के साथ खड़ा होता है तो देश का सामर्थ्य दिखता है, जब देश दीया जलाकर कोरोना वारियर के लिए दुआ करता है तो यह देश का सामर्थ्य दिखाता है। इस सामर्थ्य ने आज देश को एक नईं ताकत दी है।

‘पंचप्रण’ पर दिया जोर
पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले वर्षों में हमें ‘पंचप्रण’ पर ध्यान देना होगा। हमारा पहला प्रण- विकसित भारत है। हमें बड़े संकल्पों और संकल्प के साथ आगे बढ़ना है। दूसरा प्रण है- दासता के सभी निशान मिटा दें। तीसरा प्रण है- हमें हमारी विरासत पर गर्व करना चाहिए। चौथा प्रण- एकता की ताकत है और पांचवां प्रण- नागरिकों के कर्तव्य हैं, जिनमें राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब देश बड़े संकल्प लेकर चलेगा और वो बड़ा संकल्प है विकसित भारत और उससे कुछ कम नहीं होना चाहिए। मोदी ने कहा कि हमें अपनी विरासत पर गर्व होना चाहिए। एकता और एकजुटता के साथ हमें देशहित में काम करना चाहिए। आने वाले 25 साल के लिए हमें ‘पंच प्रण’ पर अपनी शक्ति, संकल्पों और सामर्थ्य को केंद्रित करना होगा।

5जी जल्द शुरू होगी, बोले- खत्म हो गया इंतजार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि 5जी तकनीक के लिए देश का इंतजार खत्म हो गया है और ‘डिजिटल इंडिया’ का लाभ जल्द ही हर गांव तक पहुंचेगा। 75वें स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत का ‘टेकेड’ (प्रौद्योगिकी का दशक) यहां 5जी और सेमीकंडक्टर और मोबाइल फोन निर्माण पर स्थानीय जोर के साथ है।
मोदी ने लालकिले की प्राचीर से अपने भाषण के दौरान कहा कि हम ‘डिजिटल इंडिया’ के माध्यम से जमीनी स्तर पर क्रांति ला रहे हैं और जल्द ही हर गांव को डिजिटल रूप से जोड़ा जाएगा, क्योंकि हम 5जी युग की शुरुआत कर रहे हैं।
मोदी ने जोर देकर कहा कि डिजिटल भुगतान से लेकर मोबाइल और सेमीकंडक्टर निर्माण तक हम परिवर्तन के समय में हैं, जो एक युग में होता है। डिजिटल युग हमारे चारों ओर बदल रहा है। इसने राजनीति, अर्थव्यवस्था और समाज को फिर से परिभाषित किया है। मोदी ने कहा कि भारत एक आकांक्षी समाज है, जहां सामूहिक भावना से बदलाव हो रहे हैं।
29 सितंबर को इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) के दौरान आधिकारिक तौर पर 5जी नेटवर्क लॉन्च करने की संभावना है।

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