-संघ के दृष्टिकोण से भविष्य के भारत पर आयोजित व्याख्यान में बोले संर संघ चालक
बरेली। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघ चालक डाॅ. मोहन भागवत ने रविवार को यहां साफ करने की कोशिश की कि संघ का कोई झुपा एजेंडा नहीं है। संघ एक ही काम है- मनुष्य का निर्माण और दूसरा कोई काम नहीं है। संघ की पहचान स्वयं सेवकों से है। संघ का दूसरा कोई केंद्र भी नहीं है। बोले- भारत संविधान से चलता है और हम भी भारतीय संविधान के बनाए रोडमैप के मुताबिक ही चलते हैं। बोले- लोग कहते हैं कि संघ बदलने लगा है। संघ बहुत जालिम है। कहा कि हम क्यों बदलेंगे? हम स्वयंसेवी संगठन हैं। हमारे हाथ में कोई कानून नहीं है। हमारे हाथ में न ही सत्ता है और न ही हम राजनीति करते हैं। बोले- हम सभी एक देश के नागरिक हैं और नीति निर्धारित करने वाले तत्व संविधान में निहित हैं इसलिए जो भी निर्णय होंगे, संविधान के मुताबिक होंगे।
संघ प्रमुख ने यह भी कहा कि संघ कभी किसी के विरोध में कभी नहीं चला। साफ किया कि संघ भारतीय संविधान के मुताबिक चलते हुए सभी जाति, पंथ, संप्रदाय को एक कर भविष्य के भारत की कल्पना को साकार करने में जुटा हुआ है। कहा कि हम सब मिलकर एकजुट रहें, इतना ही हमारा मंत्र है।
सर संघ चालक मोहन भागवत यहां महात्मा ज्योतिबाफूले रुहेलखंड विश्वविद्यालय में रविवार सुबह संघ के दृष्टिकोण से भविष्य का भारत विषय पर आयोजित व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने संघ को लेकर बहुत सारे दुष्प्रचार किए जाते हैं। संघ को समाप्त करने की कोशिशें भी हुईं लेकिन उसको समाप्त करने की कोशिश करने वाले ही समाप्त हो गए क्योंकि संघ मानता है- सब हमारे अपने हैं। संघ प्रमुख ने यह भी साफ किया कि संघ की सोच है कि भारत वर्ष में रहने वाला हर व्यक्ति हिंदू है, चाहे वह किसी जाति, पंथ, संप्रदाय का हो। हम सबको अपनत्व के सूत्र में बांधना चाहते हैं, जिस दिन हमारा यह लक्ष्य पूरा हो जाएगा, उसी दिन हिंदू समाज समर्थ हो जाएगा।
दो बच्चों की बात का खंडन किया
सर संघ चालक ने कहा कि उन्होंने जनसंख्या पर नियंत्रण के लिए दो बच्चों का कानून बनाने की बात नहीं कही। गौरतलब है कि मुरादाबाद में संघ के आयोजन में मोहन भागवत की ओर से दो बच्चों का कानून बनाने की बात प्रचारित हुई थी लेकिन बरेली में उन्होंने इसका खंडन करते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ यह कहा था कि जनसंख्या नियंत्रण करने के लिए नीति यदि आवश्यक हो तो तय कर लेनी चाहिए, लेकिन इसके लिए सबकी सहमति बननी चाहिए। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि जानबूझकर उनकी ओर से दो बच्चों की बात प्रचारित की गई हो लेकिन उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि हमें चुनाव नहीं लड़ना है।
संघ को देखें तब बनाएं धारणा
संघ प्रमुख ने कहा कि संघ को लेकर अगर किसी के मन में कोई धारणा है तो वह ऐसे लोगों से आह्वान करते हैं कि वे संघ के आयोजनों का हिस्सा बनें और देखें कि वास्तव में संघ क्या है।
हिंदुत्व आधार
व्याख्यान में मौजूद जागरूकजनों को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि संघ का मानना है कि संपूर्ण राष्ट का प्राण तत्व जिस एक शब्द में समाया हुआ है, वह हिंदू है। यह सबको जोड़ने वाला तत्व है इसलिए ये बहुत मजबूत है। यह हम सबको जोड़ लेगा। संघ प्रमुख ने कहा कि यह देश हमारा है, यह भाव संविधान का है, इसी भाव को हिंदुत्व कहते हैं और हिंदू होने की कोई विधि नहीं है। पूजा पद्वति अलग हो सकती है, पहनावा अलग हो सकता है। उन्होंने कहा कि हम किसी को बदलने की बात नहीं करते। आयोजन में बड़ी संख्या में लोगों ने सहभागिता की। केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार और रुहेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अनिल कुमार शुक्ल समेत शहर के सभी वर्गों के जागरूकजन व्याख्यान में संघ प्रमुख का संबोधन सुनने पहुंचे।
इनका रहा खास सहयोग
विश्वविद्यालय में आयोजित व्याख्यान का मंच संचालन संघ के महानगर प्रचार प्रमुख आलोक प्रकाश ने किया। महानगर सम्पर्क प्रमुख डाॅ. विवेक मिश्रा ने सर संघ चालक डाॅ. मोहन भागवत समेत अन्य प्रमुख मंचासीन अतिथियों का परिचय प्रस्तुत किया। मंच पर क्षेत्रीय कार्यवाह व महानगर संघ चालक अतुल खंडेलवाल भी बैठे। संघ पदाधिकारी आलोक जी, आनंद जी, सुरेश जी, भाजपा के क्षेत्रीय संगठन मंत्री भवानी सिंह, केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार, भाजपा नेता और उद्यमी मनीष अग्रवाल, महापौर उमेश गौतम, विधायक केसर सिंह गंगवार, डाॅ. श्यामबिहारी लाल, राज्य मंत्री महेश गुप्ता, पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेश अग्रवाल, भाजपा के महानगर अध्यक्ष डाॅ. केएम अरोरा, पूर्व डिप्टी मेयर डाॅ. सीपीएस चैहान, भाजपा नेता संजीव अग्रवाल, वीरेंद्र अटल, कानपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता, समाजेसवी नमिता शुक्ला, निवेदिता श्रीवास्तव, रमेश जैन, डाॅ. सुरेश रस्तोगी, जितेंद्र रस्तोगी, आंवला के चेयरमैन संजीव अरोरा आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
रवि रस्तोगी को रबड़ी खिलाई
बरेली। सर संघ चालक डाॅ. मोहन भागवत शनिवार की शाम को बरेली आ गए थे। वह यहां शहर में डोहरा के पास स्थित जीआरएम स्कूल में रुके। स्कूल में ही उन्होंने रात्रि विश्राम किया। सूत्रों का कहना है कि शनिवार शाम से एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय में रविवार को सुबह तक व्याख्यान होने तक संघ प्रमुख किसी तक किसी भाजपा नेता को संघ प्रमुख से मुलाकात करने की अनुमति नहीं थी लेकिन अकेले भाजपा नेता रवि रस्तोगी ही थे, जो मोहन भागवत से मिल सके। रवि रस्तोगी संघ प्रमुख से अनौपचारिक मुलाकात करने पहुंचे तो संघ प्रमुख ने उनसे न सिर्फ मुलाकात की बल्कि इस मुलाकात के दौरान उनको रबड़ी भी खिलाई।