लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अगले कुछ माह में निकाय चुनाव होने हैं। इसको लेकर भाजपा ने अपनी तैयारी की कड़ी में अल्पसंख्यक वर्ग को भी साधने की रणनीति बनाई है। पार्टी ने अपनी खास रणनीति के तहत अल्पसंख्यक बाहुल्य नगर पंचायतों और उनके वार्डों में अल्पसंख्यक वर्ग से अपने प्रत्याशी उतारने का निर्णय लिया है। इस रणनीति को की जिम्मेदारी पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा को दी गई है।
तय हुआ है कि भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में पार्टी की ओर से मुस्लिमों को टिकट देगा। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बासित अली ने कहा कि प्रदेश की निकायों में 1200 ऐसे वार्ड हैं, जिनमें अल्पसंख्यक समाज काफी निर्णायक है। इस बार पार्टी ने ऐसे वार्डों में एक-एक मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट देकर पार्टी के सिंबल पर उतारने का फैसला किया है।
बासित अली का कहना है कि प्रदेश में करीब साढ़े चार करोड़ अल्पसंख्यक समाज के लाभार्थी है, जिनको सरकारी योजना का लाभ मिल रहा है। हर बूथ पर पार्टी के लगभग 100 अल्पसंख्यक है। संभावना है कि ये अल्पसंख्यक चुनाव में भाजपा के साथ आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा विपक्षी दलों की तरह तुष्टिकरण की राजनीति करने से बचती है। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक मोर्चे में 80 फीसदी लोग पसमांदा समाज से आते हैं।