लखनऊ। विधानसभा का मानसून सत्र 19 सितंबर से शुरू हो रहा है। इसमें मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार को घेरने की तैयारी की ही है, मानसून सत्र से पहले भी सपा ने सरकार को सड़क पर घेरेगी। इसके लिए सपा के विधायक 14 से 18 सितंबर तक रोज दो घंटे विधानसभा के सामने धरना देंगे। इस धरना के जरिए सपा महंगाई, कानून व्यवस्था और सरकारी सिस्टम की खामियों को उठाएगी। इसके लिए सपा ने खास रणनीति तैयार कर ली है।
योगी सरकार पर सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लगातार आक्रामक हैं। वह हर दिन अपने बयानों में सरकार को घेर रहे हैं। उन्होंने किया है कि समाजवादी पार्टी के विधायक 18 सितंबर से रोजाना सुबह 11 बजे से 1 बजे तक विधानसभा के सामने धरना देंगे। इस धरने में अखिलेश यादव खुद भी शामिल होंगे। धरना चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास होगा।
सपा विधायकों के इस धरने का ऐलान मुख्य सचेतक डॉ. मनोज पांडेय ने किया है। उन्होंने बताया कि बुधवार 14 सितंबर से लगातार विधानसभा के बाहर रोजाना दो घंटे का यह धरना होगा। इस दौरान सरकार के खिलाफ तमाम मांगों को उठाया जाएगा। इसके साथ सरकार की गलत नीतियों का विरोध भी किया जाएगा।
मॉनसून सत्र में हंगामे के आसार
19 सितंबर से शुरू हो रहे मॉनसून सत्र में हंगामे के पूरे आसार हैं। भले ही यह सत्र छोटा है लेकिन इसमें भाजपा और विपक्ष के बीच तल्खी का असर सदन में जरूर देखने को मिलेगा। इस सत्र के पहले दिन दिवंगत विधायक अरविंद गिरी को श्रद्धांजलि देने के लिए शोक व्यक्त किया जाएगा। इसके बाद 20 सितंबर, 21 सितंबर, 22 सितंबर और 23 सितंबर को विधायी कार्य होंगे।
विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे ने सभी विधायकों को सदन का अन्तिम रूप से मंजूर करने का कार्यक्रम भेज दिया है। सपा ने इस बीच आधिकारिक ट्विटर हैंडल जानकारी दी कि भाजपा की सरकार की गलत नीतियों से महंगाई चरम पर पहुंच गई है। लगातार खाने-पीने की वस्तुओं के दाम भी बढ़ रहे हैं। फिलहाल सपा के विधानसभा के बाहर धरने के ऐलान के बाद सियासत गरमाई हुई है। वहीं इस बीच पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तैद है।
अखिलेश ने योगी सरकार पर साधा निशाना
वहीं, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। कहा है कि उत्तर प्रदेश अपराध प्रदेश बन गया है। उत्तर प्रदेश में अपराधिक घटनाओं की बाढ़ आ रही है लेकिन जीरो टॉलरेंस वाली भाजपा सरकार अपराधमुक्त होने का ढोल पीटकर खुद की वाहवाही करने में मगन है। महिलाएं, दलित, पिछड़े सभी सताए जा रहे हैं। बच्चियों की जिंदगी से अमानवीय खिलवाड़ विचलित करने वाला है। सत्ता संरक्षित अपराधियों में पुलिस प्रशासन का खौफ नहीं रह गया है। अपराधी पुलिस पर भी हमलावर हो रहे है।
अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा राज में जातीय संरक्षण से भी अपराध बढ़ रहे हैं। अलीगढ़ में दलित परिवार की बेटियां समुदाय विशेष के लोगों द्वारा छेड़खानी से तंग आकर पलायन करने को मजबूर हैं। पीलीभीत में कक्षा 12 की छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर पुलिस की संवेदनहीनता की हद थी कि थाने में पीड़ित परिवार को नौ घंटे पुलिस बैठाए रखा। जहांगीराबाद में चारा लेने गई नाबालिग किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म हुआ। मऊ चित्रकूट थाना क्षेत्र में एक चार साल की बच्ची को बिस्कुट दिलाने का लालच देकर एक युवक ने दुष्कर्म किया। मोहम्मदी खीरी में एक 15 साल की किशोरी से पांच युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया, लड़की की हालत गम्भीर है। कुशीनगर जनपद के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के बेलवा गांव में एक युवक ने घर में घुसकर पड़ोसी महिला की गर्दन चाकू से रेत दी। जिस दिन मुख्यमंत्री जी लखीमपुर खीरी के दौरे पर थे उसी दिन वहां दलित बालिका के साथ अपराधियों ने गैंगरेप किया।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था के सभी दावे खोखले साबित हो चुके हैं। बहन-बेटियों की अस्मिता से रोज खिलवाड़ हो रहा है। भाजपाई सत्ता के नशे में चूर हैं। भाजपा राज में महिलायें सुरक्षित नहीं है। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार की विदेशों तक में बदनामी हो रही है।