फरीदाबाद: शहर में एक नया प्राइवेट अस्पताल खुलने जा रहा है। फरीदाबाद में 2400 बेड वाले अमृता हॉस्पिटल का उद्घाटन 24 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। अस्पताल के उद्घाटन से पहले शुक्रवार को दिल्ली में हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ.संजीव ने दावा किया कि यह स्वास्थ्य संस्थान भारत के निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा अस्पताल होगा और माता अमृतानंदमयी मठ (एमएएम) के अधीन खुलेगा। आध्यात्मिक गुरु माता अमृतानंदमयी देवी (अम्मा) इस अवसर पर उपस्थित रहेंगी। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री मनोहर लाल आदि भी इस समारोह में शामिल होंगे।
19 अगस्त को अस्पताल परिसर में 80 महिला पुजारियों और 28 पुरुष पुजारियों की ओर से पूजा का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह बहुत कम कार्बन फुटप्रिंट के साथ देश की सबसे बड़ी ग्रीन-बिल्डिंग हेल्थकेयर परियोजनाओं में से एक है। यह अस्पताल पूरी तरह पेपरलेस होगा। फरीदाबाद और उसके आसपास विभिन्न रेजीडेंस वेलफेयर एसोसिएशन में पहले से ही मेडिकल आउटरीच प्रोग्राम शुरू कर दिए हैं। इनमें बुजुर्गों के लिए जागरूकता कार्यक्रम शामिल हैं, जिनके तहत न्यूरोलॉजिकल बीमारियों से पीड़ित लोगों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। स्कूली बच्चों के लिए स्वास्थ्य वार्ता आयोजित की जाती है। गरीबों को सस्ता व फ्री इलाज भी मुहैया कराया जाएगा। इसके लिए एक अलग टीम काम करेगी। इसके साथ ही मरीजों को जेनेरिक दवाइयां ही अस्पताल द्वारा दी जाएंगी।
अस्पताल लगभग 2,000 लोगों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार व 2,000 और लोगों के लिए अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाकर फरीदाबाद क्षेत्र को सहायता प्रदान करेगा। अस्पताल के एक बार पूरी तरह से चालू हो जाने के बाद अस्पताल में लगभग 10,000 कर्मचारी और 800 से अधिक डॉक्टर होंगे। इसमें नॉन मेडिकल स्टाफ में अधिकतर लोग फरीदाबाद और आसपास के ही भर्ती किए गए हैं। डॉ़ संजीव ने बताया कि अमृता हॉस्पिटल, कोच्चि ने भारत के पहले दो डबल हैंड ट्रांसप्लांट और देश के पहले अपर-आर्म डबल हैंड ट्रांसप्लांट जैसी जटिल सर्जरी के साथ कई अन्य जटिल सर्जरी की हैं और इसी तरह की महत्वपूर्ण सर्जरी फरीदाबाद में भी की जाएगी।
फरीदाबाद सेक्टर-88 में स्थित इस अस्पताल में 14 मंजिला टावर होगा, जहां प्रमुख चिकित्सा सुविधाएं और रोगियों के लिए जगह होगी। यहां ऑन्कोलॉजी, कार्डियक साइंसेस, न्यूरोसाइंसेस, गैस्ट्रो-साइंसेस, रीनल साइंसेस, बोन डिजीज और ट्रामा, ट्रांसप्लांट, और मदर एंड चाइल्ड केयर सहित 81 स्पेशियलिटीज और आठ उत्कृष्टता केंद्र होंगे। संक्रामक रोगों से निपटने के लिए अस्पताल में भारत का सबसे बड़ा विभाग भी होगा।
अगले साल से एमबीबीएस, एमडी और नर्सिंग कोर्स होंगे शुरू
अगले साल से हॉस्पिटल में 150 एमबीबीएस सीट पर दाखिले शुरू होंगे। इसके साथ ही एमडी और नर्सिंग कोर्स के साथ-साथ रोबोटिक्स और कई अन्य स्पेशलिटी कोर्स शुरू किए जाएंगे। इसके साथ ही हॉस्पिटल में एयर ऐम्बुलेंस के लिए भी सुविधा की प्रक्रिया चल रही है। हेलिपैड तैयार है, जल्द ही डीजीसीए से मंजूरी भी मिल जाएगी।