बिजली विभाग में ओटीएस पांचवें दिन धड़ाम, सर्वर ठप
कई-कई घंटे लोगों को करना पड़ रहा इंतजार…..
@LederPostबरेली। बिजली विभाग में 15 दिसंबर से लागू ओटीएस योजना पांचवें दिन फ्लॉप हो गई। बड़ी तादाद में लोग बुधवार सुबह से ही ओटीएस योजना का लाभ लेने विभाग में चक्कर लगाने लगे थे लेकिन सर्वर ठप हो गया। बताया जाता है कि ओवरलोडिंग से सर्वर ने काम करना बंद कर दिया। जिससे हजारों लोग दिन भर परेशान होते रहे।
अधीक्षण अभियंता नगर विपुल जैन ने बताया कि ओटीएस योजना जमकर प्रचार-प्रसार हुआ। इसलिए बड़ी तादाद में ओटीएस लाभ उठाने लोग पहुंच रहे हैं। इसलिए सर्वर ओवरलोडिंग हो गया और काम करना बंद कर दिया। उन्होंने बताया कि उच्च अधिकारियों तक इससे अवगत करा दिया गया है। उन्होंने बताया सर्वर में कनेक्टिविटी समस्या आ रही है। जल्दी दूर कर दिया जाएगा।
फतेहगंज पश्चिमी निवासी नत्थू राम ने कहा कि वे सिविल लाइंस स्थित उपखंड अधिकारी कार्यालय पर सुबह 10 बजे पहुंच गए थे। सर्वर धीमा काम करने के चलते छूट आदि की जानकारी मिलने व पंजीकरण कराने में दोपहर दो बजे गए।
डेढ़ घंटे बाद हुआ रजिस्ट्रेशन:
बिजली उपभोक्ता ठिरिया निवासी राजकुमार बोले- ओटीएस योजना की जानकारी पर बिल जमा करने के लिए उपखंड अधिकारी कार्यालय पहुंचा था। यहां सर्वर धीमा चलने की जानकारी दी गई। डेढ़ घंटे बाद पंजीकरण हो सका।
15 दिसंबर से लागू हुई योजना:
उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन ने बकाया राजस्व जमा कराने के लिए एक मुश्त समाधान योजना (ओटीएस) का पहला चरण 15 दिसंबर रविवार से शुरू हो गया है। उपभोक्ताओं का पंजीकरण कराने के लिए बिलिंग काउंटर के अलावा कई स्थानों पर कैंप लगाए जा रहे हैं। हालांकि छूट की आस में पहुंच रहे बिजली उपभोक्ताओं को सर्वर झटका दे रहा है। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम का सर्वर धीमा चलने के कारण कई-कई घंटे लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है।
बिजली निगम के कार्यालयों पर छूट की आस लेकर पहुंचने वाले उपभोक्ताओं को घंटों इंतजार करने के बाद कई बकायेतदार उपभोक्ताओं का नाम सूची में शामिल न होने के कारण उन्हें योजना का लाभ नहीं मिलने की बात कहकर वापस किया जा रहा है।
बकाया राजस्व वसूली के लिए शुरू की गई योजना की पड़ताल कराई गई तो सर्वर धीमा काम करने के चलते काम भी धीमा होने व उपभोक्ताओं को हो रही परेशानी सामने आयी।
वहीं ओटीएस का लाभ लेने के लिए सबसे अधिक भीड़ ग्रामीण वितरण खंड कैंपों व कार्यालयों में देखने को मिली।